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चार महीने के कार्यकाल के बाद भंग हुआ पीयू छात्रसंघ

पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ (सत्र 2017-18) के निर्वाचित पदाधिकारियोंका कार्यकाल सोमवार को समाप्त कर दिया गया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 20 Aug 2018 09:38 PM (IST)Updated: Mon, 20 Aug 2018 09:38 PM (IST)
चार महीने के कार्यकाल के बाद भंग हुआ पीयू छात्रसंघ
चार महीने के कार्यकाल के बाद भंग हुआ पीयू छात्रसंघ

पटना । पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ (सत्र 2017-18) के निर्वाचित पदाधिकारियोंका कार्यकाल सोमवार को भंग कर दिया गया है। इसकी अधिसूचना छात्रसंकाय अध्यक्ष प्रो. एनके झा ने जारी कर दी है। उन्होंने बताया कि राजभवन से जारी पुसु चुनाव परिनियम के अनुसार छात्रसंघ का कार्यकाल 16 अगस्त से 15 अगस्त तक निर्धारित है। इसी नियम के आधार पर वर्तमान छात्रसंघ का कार्यकाल भंग किया गया है। नियमानुसार पुसु पदाधिकारियों को विश्वविद्यालय द्वारा दी जा रही सभी सुविधाएं वापस होंगी। पुसु सत्र 2018-19 के चुनाव की अधिसूचना पर डीएसडब्ल्यू ने कहा कि अभी अधिसूचना के संबंध में अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। परिनियम के अनुसार नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के चार से छह सप्ताह के बीच चुनाव करा लेना है। विश्वविद्यालय प्रशासन चुनाव की प्रक्रियाओं को लेकर संबंधित पक्षों से बातचीत कर अंतिम निर्णय लेगा। वहीं, सूत्रों का कहना है कि चुनाव की अधिसूचना अगले माह जारी कर दी जाएगी। सभी विभागों को अगले माह प्रथम सप्ताह में मतदाता सूची अपडेट करने और उसे विश्वविद्यालय प्रशासन को भेजने का पत्र जारी किया जाएगा। मतदाता सूची को अंतिम रूप देने के बाद 15-20 सितंबर तक अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। चुनाव अक्टूबर प्रथम सप्ताह में संभावित है।

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चार माह में ही पूरा हो गया कार्यकाल :

राज्यपाल सत्य पाल मलिक की पहल पर पुसु चुनाव 17 फरवरी को हुआ था। कुलपति ने जांच कमेटी की रिपोर्ट पर अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के निर्वाचन को रद कर दिया था। हाईकोर्ट के आदेश पर दोनों का शपथ ग्रहण नौ अप्रैल को कराया गया। पिछले माह उपाध्यक्ष का भी निर्वाचन रद कर दिया गया था। संयुक्त सचिव मो. असजद उर्फ आजाद चांद का शपथ ग्रहण पीछे माह कराया गया।

34 साल बाद शुरू हुई बस सेवा :

पुसु अध्यक्ष दिव्यांशु भारद्वाज का कहना है कि चार माह के कार्यकाल में सबसे बड़ी उपलब्धि विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए 34 साल बाद बस सेवा प्रारंभ कराना है। छात्रसंघ की मांग पर मुख्यमंत्री ने तीन दिनों के अंदर बस सेवा प्रारंभ करा दी थी। ¨रग बस के अन्य रूटों के लिए सर्वे का काम प्रगति पर है। जल्द ही राजधानी के विभिन्न मोहल्लों से विश्वविद्यालय के लिए बसें संचालित होंगी। शताब्दी वर्ष में पुसु ने श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में सूबे के सभी विश्वविद्यालयों के नवनिर्वाचित छात्रसंघ पदाधिकारियों का सम्मेलन आयोजित किया।

कैंपस में सक्रिय हुए संगठन :

छात्रसंघ चुनाव को लेकर कैंपस में विभिन्न छात्र संगठन सक्रिय हो गए हैं। कमोबेश हर संगठन का सदस्यता अभियान अब अंतिम चरण में है। पिछले चुनाव में अध्यक्ष पद पर निर्दलीय निर्वाचित हुए थे। उपाध्यक्ष, महासचिव और कोषाध्यक्ष का पद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने जीता था। वहीं, जन अधिकार छात्र परिषद् की झोली में संयुक्त सचिव का पद आया था। वाम संगठन सेंट्रल पैनल से बाहर रहे। कॉलेज काउंसलर में वाम संगठनों के प्रत्याशी बेहतर प्रदर्शन किए थे। पटना वीमेंस कॉलेज की काउंसलर की सभी चार सीटों पर निर्विरोध चुनाव हुआ था।


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