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पटनाः बच्चों की फीस के साथ इस मद में भी जाएगा अभिभावकों का पैसा, लगेगा पूरी जनवरी का किराया

स्कूल बंदी के दौरान निजी बस संचालकों को बच्चों के अभिभावक बस का किराया नहीं देते हैं। अकेले राजधानी में ऐसे 10 हजार से अधिक वाहन हैं जो विभिन्न स्कूलों में बच्चों को घर से सुरक्षित स्कूल ले जाते हैं और ले आते हैं।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Sun, 16 Jan 2022 04:46 PM (IST)Updated: Sun, 16 Jan 2022 04:46 PM (IST)
पटनाः बच्चों की फीस के साथ इस मद में भी जाएगा अभिभावकों का पैसा, लगेगा पूरी जनवरी का किराया
पटना में स्कूल बंद हैं पर बस किराया अभिभावकों को देना होगा। सांकेतिक तस्वीर।

जागरण संवाददाता, पटना। कोरोना संक्रमण के दौरान स्कूल बंद रहने के कारण सबसे अधिक परेशानी निजी वाहन संचालकों को हो रही है। स्कूल बंदी के दौरान निजी बस संचालकों को बच्चों के अभिभावक बस का किराया नहीं देते हैं। अकेले राजधानी में ऐसे 10 हजार से अधिक वाहन हैं जो विभिन्न स्कूलों में बच्चों को घर से सुरक्षित स्कूल ले जाते हैं और ले आते हैं। कोरोना संक्रमण के दौरान भुखमरी की स्थिति में अभिभावकों द्वारा बस संचालकों को भूखे मरने के लिए छोड़ दिया जाता है। इस बार सारे अभिभावकों से जनवरी माह की पूरी फीस जमा करने को कहा गया है। अगर यही हालत रही तो फरवरी व मार्च का आधा बस भाड़ा जमा करने का अनुरोध बच्चों के बस

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  • - बस संचालकों की बैठक में बस संचालकों ने लिया निर्णय 
  • - स्कूल बंद रहने से बस चालकों की हालत खराब 

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फीस देते हैं तो बस किराए में आनाकानी क्यों?

यह निर्णय शनिवार को स्कूलों में चलने वाले निजी वाहनों के संचालकों ने आटो मेंस यूनियन के अजय पटेल की अध्यक्षता में बैठक कर लिया। स्कूल बस संचालकों ने कहा कि बगैर पढ़ाई के ही अभिभावक स्कूल में फीस जमा करते हैं परंतु बस का भाड़ा देने में आनाकानी करते हैं। अभिभावक इस विपदा में निजी वाहन संचालकों के दर्द को नहीं समझेंगे तो मजबूर होकर निजी वाहन संचालक भी स्कूल खुलने पर उनके बच्चों को स्कूल ले जाने या नहीं ले जाने पर विचार करने को स्वतंत्र होगें। अजय पटेल ने कहा कि पूरे कोरोना काल में निजी वाहन संचालक अपने ड्राइवर का वेतन से लेकर सारा खर्च स्वयं ही वहन कर चुके हैं। जबकि पूरे कोरोना काल में अभिभावक अपने बच्चों के पठन-पाठन शुल्क और ट्रांसपोर्टेशन शुल्क स्कूल वाले को दिए हैं। बैठक में अजय कुमार पटेल, मंटू शर्मा, आनंद कुमार, सुबोध कुमार, विक्की कुमार, रोहित कुमार, रवि कुमार, धनंजय केसरी, सतीश केसरी आदि मुख्य रुप से उपस्थित थे । 


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