लोगों को जल्द मिलेगी मेट्रो, पटना जंक्शन से बैरिया तक चलेगी ट्रेन अंतिम रूप देने में जुटी सरकार
बिहार सरकार ने पटनावासियों के लिए मेट्रो देने के लगभग तैयार हो चुकी है। पहले चरण में पटना जंक्शन से बैरिया तक मेट्रो चलाने की योजना है।
पटना [जेएनएन]। बिहार सरकार ने मेट्रो को जमीन पर उतारने की योजना को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। पहले चरण में सरकार की योजना नार्थ-साउथ कॉरिडोर पर मेट्रो चलाने की है। पहले चरण में पटना जंक्शन से बैरिया तक तथा दूसरे चरण में सगुना से मीठापुर तक होगा विस्तार।
पटना मेट्रो के कॉम्प्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान (सीएमपी) का प्रेजेंटेशन देखने के बाद नगर विकास मंत्री सुरेश कुमार शर्मा ने बताया कि पहले चरण में नार्थ-साउथ कॉरिडोर पर काम शुरू किया जाएगा जो पटना जंक्शन से वाया गाधी मैदान, पीएमसीएच, राजेंद्रनगर होते हुए बैरिया तक जाएगा। उन्होंने कहा कि कॉम्प्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान वर्ष 2030 को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। सर्वे में पटना के अलावा खगौल, दानापुर और फुलवारी नगर परिषद को शामिल किया गया था। सरकार की योजना पटना के लोगों को बेहतर और सुविधाजनक प्रदूषणरहित यातायात व्यवस्था उपलब्ध कराने की है। 31 मई तक पटना मेट्रो की डीपीआर तैयार हो जाएगी, जिसे मंजूरी के लिए शहरी विकास मंत्रालय को भेजा जाएगा। 31 जुलाई तक केंद्र से इस परियोजना को मंजूरी मिलने की संभावना है। ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर में वन ए का विस्तार दानापुर से मीठापुर तक होगा, जबकि वन बी का विस्तार दीघा घाट से हाईकोर्ट-विकास भवन तक होगा। इस कॉरिडोर की कुल लंबाई 16.9 किलोमीटर होगी. इसमें से 5.29 किलोमीटर एलिवेटेड होगा, जिस पर चार स्टेशन होंगे। भूमिगत कॉरिडोर की लंबाई 11.33 किलोमीटर होगी, जिसपर पर नौ स्टेशन होंगे। इस कॉरिडोर को तीन हिस्सों में बाटा गया है। इसमें पहला कॉरिडोर पटना जंक्शन से बैरिया में प्रस्तावित अंतरराज्यीय बस अड्डा तक होगा। दूसरा कॉरिडोर मीठापुर बाइपास से दीदारगंज और तीसरा कॉरिडोर मीठापुर बाइपास से एम्स तक होगा। इस कॉरिडोर की कुल लंबाई 14.02 किलोमीटर होगी। इसमें से 9.625 किलोमीटर एलिवेटेड होंगे, जिसपर नौ स्टेशन होंगे। भूमिगत कॉरिडोर की लंबाई 4.575 किलोमीटर होगी, जिस पर पर तीन स्टेशन होंगे।