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रूपेश हत्याकांड में अंधेरे में तीर मार रही पुलिस, अब बिल्डर के इर्द-गिर्द घूमने लगी एसआइटी

Rupesh Murder case फिलहाल अंधेरे में तीर चला रही है पटना की पुलिस बिल्डर के परिवार के एक सदस्य से रूपेश की हुई थी लंबी बातचीत टेंडर की जांच भी जारी इंडिगो के पटना एयरपोर्ट मैनेजर रूपेश कुमार सिंह की हत्या को नौ दिन गुजर चुके हैं

By Shubh Narayan PathakEdited By: Published: Fri, 22 Jan 2021 06:45 AM (IST)Updated: Fri, 22 Jan 2021 07:34 AM (IST)
एसआइटी को अब तक नहीं मिल सका कोई ठोस सुराग। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, जागरण संवाददाता। इंडिगो के पटना एयरपोर्ट मैनेजर रूपेश कुमार सिंह की हत्या को नौ दिन गुजर चुके हैं, लेकिन अभी तक एसआइटी मामले में अंधेरे में तीर चला रही है। बताते हैं कि पार्किंग और टेंडर मामले की जांच में एक अहम सुराग मिला है, जिसके बाद जांच की दिशा बदलने लगी है। सूत्रों की मानें तो रूपेश के मोबाइल नंबर की सीडीआर रिपोर्ट में संदिग्ध नंबर मिला, जो एक बिल्डर के करीबी से जुड़ा है। उस नंबर से रूपेश की लंबी बातचीत हुई है। एसआइटी की जांच अब एक बिल्डर के इर्द-गिर्द घूमने लगी है।

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हाईप्रोफाइल मामले की जांच में एसआइटी फूंक-फूंककर कदम रख रही है। सूत्रों की मानें तो बिल्डर से पुलिस पूर्व में भी पूछताछ कर चुकी है। सीडीआर रिपोर्ट में संदिग्ध नंबर मिलने के बाद एसआइटी दोबारा पूछताछ की तैयारी में जुट गई है।

दो जिलों में टेंडर की जांच

एसआइटी की एक टीम अभी भी दो जिलों में टेंडर की जांच कर रही है। जबकि एक टीम पटना लौट आई है। वह भी टेंडर से जुड़े मामले की जांच करने के लिए गुरुवार को पुनाईचक स्थित ऑफिस में गई थी। हालांकि, आठ टेंडर में पुलिस तीन की जांच कर चुकी है, जबकि अन्य की जांच बाकी है। मामले में वैशाली, सीतामढ़ी, छपरा और गोपालगंज में दो दर्जन से अधिक लोगों से पूछताछ हो चुकी है।

कांट्रैक्ट किलर के नंबर की जांच

हिरासत में लिए गए तीनों कांट्रेक्ट किलरों के मोबाइल नंबर की भी एसआइटी ने जांच शुरू कर दी है। वारदात के 15 दिनों के बीच इनकी किन लोगों से बातचीत हुई है? वारदात के दिन इनका लोकेशन कहां था? जेल से बाहर निकलने के बाद तीनों कहां ठहरे ऐसे कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है।

सुलझाने लगे छह आइपीएस

मामले में एक भी अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। हत्या की मुख्य वजह तलाशने में ही एसआइटी उलझी हुई है। जबकि मामले की जांच में पुलिस मुख्यालय के तीन वरीय आइपीएस सहित आइजी, एसएसपी और सिटी एसपी भी जुटे हैं। साथ में 50 से अधिक तेज तर्रार इंस्पेक्टर और पुलिस पदाधिकारी सहित तकनीकी सेल की टीम भी लगी हुई है।

खंगाल चुके 400 नंबर, दो सौ लोगों से पूछताछ

मामले में अभी तक एसआइटी चार सौ से अधिक मोबाइल नंबर की जांच कर चुकी है। जबकि दो सौ से अधिक लोगों से पूछताछ भी हो चुकी है। सूत्रों की मानें जेलों में बंद शॉर्प शूटर से लेकर कुख्यात अपराधियों से भी पुलिस पूछताछ कर चुकी है। बेउर में दो बाद एसआइटी गई। सौ से अधिक जगहों पर डायल 100 की टीम सीसी कैमरा भी खंगाल चुका है। 12 जनवरी की शाम करीब सवा सात बजे शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र के पुनाईचक स्थिति अपार्टमेंट के नीचे ही बाइक सवार अपराधियों ने रूपेश की कार में ही गोली मारकर हत्या कर दी। एसआइटी घटना के दिन से अब तक चार बार पुनाईचक जा चुकी है।


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