पटना HC के वरीय अधिवक्ता ने कहा -जजों का प्रेस कांफ्रेंस करना कोई अनोखी बात नहीं
पटना हाइकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के जजों का प्रेस कांफ्रेंस कोई अनोखी बात नहीं है। दूसरे देशो में एेसा होता है, अपने देश में इसे नाहक तूल दिया जा रहा है।
पटना [राज्य ब्यूरो]। हाईकोर्ट में आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए बार काउंसिल के पूर्व सदस्य एवं एडवोकेट एसोसियेशन के अध्यक्ष योगेश चन्द्र वर्मा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के चार जजों द्वारा प्रेस कांफ्रेंस करना काई अनोखी बात नहीं है।
उन्होंने कहा कि अमरीका एवं इंगलैंड के न्यायाधीश आम लोगों से मुखातिब होते हैं। उन्हें संबोधित भी करते हैं। अपने देश में इसे नाहक तूल दिया जा रहा है।
वरीय अधिवक्ता वर्मा ने कहा कि यदि सिस्टम में किसी प्रकार की खामी हैं तो, उसे दूर किया ही जाना चाहिए। केस के बंटवारे में रोस्टर का पालन भी होना चाहिए। किस जज को कौन से विषय पर सुनवाई करनी है ,यह भी तय होना चाहिए।
जैसे हाईकोर्ट में रोस्टर के हिसाब से केस का आवंटन किया जाता है। यहां के जज हमेशा एक तरह के ही मामले की सुनवाई नहीं करते। चीफ जस्टिस तय करते हैं किस जज को और कब तक किन विषयों की सुनवाई करनी है।
अध्यक्ष वर्मा ने सलाह दी कि सुप्रीम कोर्ट के 25 जज मिल बैठ कर समस्या का हल कर लें। न्यायपालिका के मसले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। किसी भी नेता एवं मीडिया को न्यायपालिका के मसले पर टीका टिप्पणी करने का हक नहीं दिया जाना चाहिए।