कॉल रिसीव नहीं हुई तो खुद घर के अंदर चली गई पड़ोसन, अंदर के नजारे ने खड़ा किया बड़ा सवाल
Bihar Crime बिहार के जहानाबाद में हुई खौफनाक वारदात ने पुलिस के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। घर में घुसकर शिक्षिका की हत्या के बाद लाखों की लूटपाट। मनवलिया प्राथमिक विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्यापक थीं रांची की निवासी नुजहत
जहानाबाद, जागरण संवाददाता। Murder in Jehababad: बिहार के जहानाबाद जिले में हुई खौफनाक घटना ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर एक बार फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं। जिला मुख्यालय के घने मोहल्ले में महिला शिक्षक की हत्या और डकैती से आम लोग अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हो गए हैं। इस मामले की तह तक जाना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती होगा।
मूल रूप से रांची की रहने वाली थीं शिक्षिका
नगर थाना क्षेत्र के इरकी मोहल्ले में सोमवार की शाम शिक्षिका नुजहत फातमा की हत्या कर लुटेरे घर से नकदी समेत लाखों की संपत्ति लेकर फरार हो गए। पाली थाने के अलीनगर की मूल निवासी नुजहत परबीघा थाने के मनवलिया प्राथमिक विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्यापक थीं। वह मूल रूप से रांची की रहने वाली थीं। एक साल पहले यहां घर बनाकर रहना शुरू किया था।
पड़ोस की महिला को सबसे पहले मिली जानकारी
इरकी से ही वह प्रतिदिन विद्यालय जाती थीं। घटना के संबंध में बताया गया है कि पड़ोस की एक महिला बार-बार शिक्षिका के मोबाइल पर फोन कर रही थी। फोन नहीं लगने के कारण वह खुद उससे मिलने उसके घर चली गई। घर में प्रवेश करते ही चिल्लाने लगी। घर का सामान बिखरा था। शिक्षिका के हाथ-पैर बंधे हुए थे। हल्ला सुनकर आसपास के लोग भी पहुंचे। शिक्षिका के शरीर में कोई हलचल नहीं होने से लोगों का शक गहरा हो गया। लोगों की सूचना पर नगर थाने की पुलिस पहुंची तो शिक्षिका को मृत पाया। मौके पर पहुंचे एसडीपीओ अशोक कुमार पांडेय ने घर की बारीकी से निगरानी की।
गला दबाकर हत्या का शक है पुलिस को
पुलिस प्रथम दृष्टया डकैती के दौरान गला दबाकर हत्या का मामला मानकर अनुसंधान शुरू की है। शरीर पर मारपीट के निशान भी मिले हैं। पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है। मृतका के परिजन रांची में रहते हैं जिसके कारण फिलहाल वे लोग नहीं पहुंच सके हैं। पुलिस ने सूचना दे दी है। खबर भेजे जाने तक स्थानीय लोग घटना का विरोध करते हुए पुलिस को शव नहीं उठाने दे रहे थे। लोगों का कहना था कि दिनदहाड़े लूट तथा हत्या की घटना हुई है। ऐसे मेें यदि पुलिस चौकसी बेहतर होती तो अपराधियों का मनोबल इस कदर नहीं बढ़ा होता। लोग हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है।