पांच तल का होगा कलेक्ट्रेट भवन, 121 करोड़ में होगा तैयार
कलेक्ट्रेट भवन के नक्शे में फिर से बदलाव किया गया है। अब जिला स्तर के सभी विभाग एक छत के नीचे होंगे।
पटना । कलेक्ट्रेट भवन के नक्शे में फिर से बदलाव किया गया है। अब जिला स्तर के सभी विभाग एक छत के नीचे रहेंगे। नए प्रस्तावित भवन के नक्शे में बदलाव कर कई और विभागों का समायोजन किया गया है। इसी के साथ नक्शे को अंतिम रूप दे दिया गया है। अब भवन निर्माण विभाग निविदा की प्रक्रिया शुरू करेगा। अप्रैल माह से निर्माण का कार्य शुरू करने की तैयारी है। दो साल में भवन बनकर तैयार करने का लक्ष्य है।
: एक कैंपस में होंगे तीन भवन :
कलेक्ट्रेट भवन में बेसमेंट, ग्राउंड फ्लोर और इसके ऊपर पांच तल होंगे। इसके दोनों तरफ बेसमेंट, ग्राउंड और चार फ्लोर के दो भवन होंगे। तीनों भवन एक परिसर में होंगे। कलेक्ट्रेट भवन के एक तरफ जिला परिषद का भवन तथा दूसरी तरफ अनुमंडल कार्यालय और उपविकास आयुक्त कार्यालय एक भवन में होंगे। नया भवन बनने के बाद कलेक्ट्रेट के बीच से गंगा घाट पर जाने का रास्ता बंद हो जाएगा। कलेक्ट्रेट भवन के बगल से बांकीपुर क्लब से सटा एक रास्ता गंगा घाट तक जाएगा। कलेक्ट्रेट भवन का आगे का हिस्सा गंगा की तरफ नहीं रहेगा। इसे ऐसा डिजाइन किया जा रहा है कि गंगा की तरफ से देखने पर बिल्डिंग काफी खूबसूरत दिखेगी। वाहन पार्किंग बेसमेंट के साथ ग्राउंड फ्लोर भी होगा।
: परिसर में हरियाली भी दिखेगी :
नए बिल्डिंग बायलॉज को ध्यान में रखकर नया कलेक्ट्रेट भवन हरा-भरा बनाया जाएगा। रेन वाटर हार्वेस्टिंग की भी व्यवस्था रहेगी। आम जनता के लिए कॉमन फैसिलिटी के लिहाज से काउंटर, बैठने की व्यवस्था, रेस्टोरेंट, बैंक सहित आमजन से जुड़ीं सभी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। यह सब ध्यान में रखकर भवन तैयार किया जाएगा। कलेक्ट्रेट में सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। कलेक्ट्रेट भवन के निर्माण में 121 करोड़ रुपये खर्च आ सकता है। यह दो वर्षो में तैयार होगा। बदले नक्शे की स्वीकृति के बाद निविदा प्रक्रिया पूरी होगी। उसके बाद निर्माण एजेंसी तय होगी। जिला स्तरीय कार्यालय शहर के विभिन्न हिस्सों में स्थित है। नये भवन के निर्माण के बाद सभी कार्यालय एक छत के नीचे आ जाएंगे।
: सभी प्रकार की बाधाएं हुई दूर :
डच शैली का कलेक्ट्रेट भवन होने के कारण इसे तोड़ने को लेकर आपत्तियां आने लगी थीं। इस कारण निर्माण कार्य शुरू होने में विलंब हो गया था। भवन निर्माण पर रोक लगा दी गई थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक वर्ष पहले जिला योजनाओं की समीक्षा करने कलेक्ट्रेट पहुंचे और जर्जर भवन का निरीक्षण कर डच शैली के भवन को तोड़ने की अनुमति दी। एक वर्ष से पुन: निर्माण की प्रक्रिया चल रही है। अब सभी तरह की बाधाएं दूर हो गई हैं।
: निर्माण होने तक हिन्दी भवन में बैठेंगे डीएम :
कलेक्ट्रेट का नया भवन बनने तक पटना के जिलाधिकारी छज्जूबाग स्थित हिन्दी भवन में बैठेंगे। हिन्दी भवन में डीएम सहित अन्य अधिकारियों के बैठने, सभा कक्ष की स्थापना, वाहन पार्किंग की व्यवस्था समेत अन्य कार्य चल रहे हैं। कलेक्ट्रेट के कई ऑफिस आयकर गोलंबर के पास होटल पाटलिपुत्र के सामने वाले भवन में आएंगे। यहां भी तैयारी चल रही है।