सासाराम सवारी गाड़ी को बार-बार रोके जाने भड़के यात्री, हंगामा
सासाराम सवारी ट्रेन को बार-बार रोके जाने से भड़के यात्री हंगामा।
पटना। पटना से सासाराम को जाने वाली सवारी गाड़ी शुक्रवार को चार घंटे से अधिक विलंब से पटना जंक्शन पहुंची। इसके बाद इसे नाहक चार घंटे तक पटना जंक्शन पर रोका गया। इसे रोककर आधे दर्जन से अधिक ट्रेनों को निकाला गया। इससे सासाराम की ओर जाने वाले यात्री भड़क गए और हंगामा करने लगे। आक्रोशित यात्री स्टेशन प्रबंधन के पास पहुंचे और ट्रेन को चलवाने के लिए दबाव बनाना शुरू किया। बार-बार इसकी सूचना बड़े अधिकारियों को दी गई। इसके बाद भी जब ट्रेन को नहीं रवाना किया गया तो यात्रियों ने हंगामा करना शुरू कर दिया।
इस संबंध में दैनिक यात्री सुरेंद्र प्रसाद, नरेश श्रीवास्तव, हरि मोहन प्रसाद, धन्नी यादव, हीरा राम, प्रभु चौरसिया समेत अन्य ने बताया कि यह ट्रेन जयनगर से कमलागंगा इंटरसिटी बनकर पटना तक आती है। यहां से यह सासाराम सवारी गाड़ी बनकर 3.20 बजे दिन में खुलती है। यह ट्रेन बरौनी से ही तीन घंटे से अधिक लेट से चल रही थी। इसके बाद सारे स्टेशनों पर इसे रोककर दूसरे ट्रेनों को रवाना किया गया। यह ट्रेन साढ़े चार बजे के बाद पटना जंक्शन पहुंची। इस ट्रेन में समस्तीपुर से ही चार डैमेज बोगियों को हरनौत भेजने के लिए जोड़ दिया गया था। जंक्शन पर इन बोगियों को हटाया गया। इसके बाद मगध, संपूर्ण क्रांति समेत कई ट्रेनों को निकाला गया। इतना ही नहीं लाइट इंजन के साथ एक स्पेशल कोच को भी पाटलिपुत्र के लिए रवाना किया गया। इसके बाद फरक्का-नई दिल्ली को रवाना करने की घोषणा की जाने लगी। पीछे से राजधानी एक्सप्रेस भी आने वाली थी। यात्री बिफर पड़े और ट्रेन को रवाना करने के लिए हंगामा करने लगे। आधे घंटे तक बवाल चलते रहा। हंगामा के बाद इस ट्रेन को सासाराम के लिए रवाना किया गया। इसके बाद इसे फुलवारीशरीफ में रोककर राजधानी एक्सप्रेस को निकाला गया। यहां से खुलने के बाद इसे दानापुर में रोककर गरीब रथ एवं चंडीगढ़ एक्सप्रेस को निकाला गया।