नैना मोरा तरस गए..
जिलास्तरीय युवा उत्सव के आयोजन को लेकर प्रेमचंद रंगशाला मंगलवार को गुलजार रही।
पटना। जिलास्तरीय युवा उत्सव के आयोजन को लेकर प्रेमचंद रंगशाला मंगलवार को गुलजार रही। उत्सव के दौरान शास्त्रीय संगीत, लोक नृत्य, शास्त्रीय नृत्य, चाक्षुष कला, नाटक आदि की एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां देखने को मिलीं।
कला संस्कृति एवं युवा विभाग द्वारा आयोजित जिलास्तरीय युवा उत्सव प्रतियोगिता के लिए विभिन्न विधाओं से 150 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लेकर एक से बढ़कर एक कलाओं का प्रदर्शन कर जजों का ध्यान आकर्षित किया। निर्णायकों ने विभिन्न विधाओं में बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों के नामों की घोषणा कर उनका मनोबल बढ़ाया। निर्णायक की भूमिका में लोक नृत्य से जुड़ी वरिष्ठ रंगकर्मी सोमा चक्रवर्ती ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों में जिलास्तरीय प्रतियोगिता आयोजित की गई है। इसके माध्यम से राज्यस्तरीय युवा उत्सव के लिए प्रतिभागी चयनित होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय युवा उत्सव प्रतियोगिता का आयोजन मोतिहारी में 25 दिसंबर से 27 दिसंबर तक होगा। वहां पर बेहतर प्रस्तुति करने वाले प्रतिभागी राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली प्रतियोगिता के लिए चयनित होंगे।
शास्त्रीय संगीत और नृत्य से गुलजार रहा परिसर -
एक दिवसीय प्रतियोगिता में मंच पर एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां हो रही थीं। समारोह के दौरान जेडी वीमेंस कॉलेज की छात्राओं ने शास्त्रीय और उप-शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति देकर सभी का दिल जीता। कार्यक्रम में शास्त्रीय गायन के दौरान अपूर्वा प्रियदर्शी ने राग रामकली में प्रस्तुति दी। वही उप-शास्त्रीय संगीत में कॉलेज की छात्राओं ने 'नैना मोरा तरस गए..' पेश कर वाहवाही लूटी। ग्रुप डांस चैता-चैती 'अहो रामा बितल फगुनवा..' गीत पर साधना सुमन, शिवानी, प्रीति, तृप्ति, आकांक्षा, अपराजिता ने उम्दा प्रस्तुति दी। कार्यक्रम के दौरान तारा इंस्टीट्यूट के प्रतिभागियों ने कथक की एकल प्रस्तुति के दौरान तराना, शिव वंदना, सरस्वती वंदना से सभी का दिल जीता। वही बिहार बाल भवन किलकारी की ओर से महिला सुरक्षा को लेकर हेमा, राहुल, अमित राज ने अपनी बेहतरीन प्रस्तुति से अतिथियों का ध्यान आकर्षित किया। तालंजय ठाकुर ने तबला पर एकल प्रस्तुति से सभी का मन मोहा।
लोक व सुगम संगीत ने सभी का दिल जीता -
उत्सव प्रतियोगिता के दौरान भारतीय नृत्य कला मंदिर के शास्त्रीय गायन, लोक व सुगम संगीत से जुड़े प्रतिभागियों ने अपनी प्रस्तुति से लोगों का ध्यान आकर्षित किया। प्रतिभागियों ने सुगम संगीत में 'बेदर्दी तूने दर्द न जाना..' एवं मीराबाई की भजन प्रभु मेरो अवगुण चित न धरो..' को पेश कर समारोह के दौरान शुभम, सुमित ने उम्दा प्रस्तुति दी। वही गीतों को जीवंत बनाने में संगत कलाकारों में तबले पर विवेक, हारमोनियम पर शुभम सुंदरम, परकशन पर ज्योतिष ने उम्दा प्रस्तुति दी। कार्यक्रम के संयोजक हरिकृष्ण सिंह 'मुन्ना' ने कहा कि युवा उत्सव प्रतियोगिता में प्रतिभागियों द्वारा एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक प्रस्तुति देखने लायक थी। प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को निर्णायक मंडल ने अपनी सहमति जताते हुए उनके नाम की घोषणा की है। मुन्ना ने कहा कि प्रतियोगिता में 150 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लेकर अपना कला का प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता में चयनित होने वाले प्रतिभागी मोतिहारी में होने वाले जिलास्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
ये थे निर्णायक -
नाटक - सुमन कुमार, अभय सिन्हा
शास्त्रीय नृत्य - रमा दास, तमाल पात्रा, सुदीपा घोष
शास्त्रीय संगीत - रजनीश कुमार, डॉ. रेखा दास
सुगम संगीत - चंद्रकांता पाठक, सुधीर कुमार,
शास्त्रीय वाद्य-यंत्र - डॉ. श्याम मोहन, आशीष कुमार चटर्जी, प्रेमचंद लाल, डॉ. रीता दास
लोकगीत - ब्रजकिशोर दुबे, मनोरंजन ओझा
लोकनृत्य - सोमा चक्रवर्ती, अर्चना चौधरी, विजय कुमार मिश्र
वक्तृता - ध्रुव कुमार, मिनती चकलानवीस
चाक्षुष कला - मनोज कुमार बच्चन, वीरेंद्र कुमार सिंह
संयोजक - हरिकृष्ण सिंह 'मुन्ना'