पप्पू यादव के बोल- रिश्वत मांगने पर सरकारी कर्मी की करें पिटाई, मिलेगा इनाम
सांसद पप्पू यादव ने विवादित बयान देते हुए कहा कि यदि किसी बाढ़ पीडि़त से क्षतिपूर्ति राशि के लिए सरकारी कर्मी बिचौलिया या जनप्रतिनिधि रिश्वत की मांग करे तो जनता उनकी पिटाई करें।
पटना [जागरण टीम]। जन अधिकार पार्टी के संरक्षक और मधेपुरा के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने एक बिार फिर विवादित बयान देते हुए कहा कि अगर किसी बाढ़ पीड़ितों से क्षतिपूर्ति राशि आवास या अन्य किसी चीज के लिए सरकारी कर्मी बिचौलिया या जनप्रतिनिधि रिश्वत की मांग करे तो जनता उनकी पिटाई करें।
पप्पू यादव ने घोषणा की है कि बाढ़ पीडि़तों से घूस मांगने वालों को पीटने वालों को वह ईनाम देंगे। सांसद ने कहा कि शिकायत आ रही कि सरकारी कर्मी, जनप्रतिनिधि और बिचौलिया बाढ़ पीडि़तों से रिश्वत की मांग रहें। तो उन्हें बंधक बनाकर सजा देने की जरूरत है। उनका वीडियो भी बनाएं। ऐसा करने वालों को उनकी ओर से 20 हजार रुपये का ईनाम दिया जाएगा।
सहरसा में पार्टी के प्रदेश सचिव महबूब आलम जीबू के आवास पर पत्रकारों से बातचीत में पप्पू ने कहा कि पिछले 70 सालों से बाढ़ के नाम पर नेताओं, ठेकेदारों और अधिकारियों ने कोसीवासियों को लूटा है। भीमनगर बराज की आयु समाप्त हो चुकी है। सरकार इस दिशा में कोई पहल नहीं कर रही है। अगर बराज टूटा तो कोसी और सीमांचल का नामो-निशान मिट जाएगा। सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर कोसी को लूटने वाले लोगों के खिलाफ जांच की मांग की जाएगी।
टैक्स वसूली भी रोकेंगे
पप्पू ने कहा कि अब बाढ़ पीडि़तों को लुटने नहीं दिया जाएगा। जबतक मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा, तबतक सरकार को टैक्स वसलूने नहीं देंगे। सांसद ने कहा कि बाढ़ पीडि़तों को प्रशासन अपनी जेब से राशि नहीं देता है। हमारे टैक्स को पीडि़त लोगों के बीच बांटा जाता है। सहरसा में राहत शिविर तक नहीं खुल सका। उन्होंने कहा कि वह अपनी ओर से बिहार के 19 जिलों के एक-एक गांव को गोद लेंगे।
वहां पेयजल, भोजन व वस्त्र की व्यवस्था की जाएगी। सभी जगहों पर पांच दिनों का मेडिकल कैंप लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि 19 जिलों में उनके स्तर से लगाए गए 200 राहत शिविर चलते रहेंगे। उनके द्वारा सूखे राहत का वितरण भी जारी रहेगा।
यह पहली बार नहीं है, जब पप्पू यादव ने विवादित बयान दिया है। इससे पहले उन्होंने कहा था कि नक्सली जवानों को नहीं, नेताओं की हत्या करें तो बेहतर होगा।