पप्पू यादव का विवादित बयान: दुष्कर्मियों को फांसी दो या वे सजा देने वालों को देंगे एक लाख का इनाम
पूर्व सांसद पप्पू यादव ने विवादित बयान दिया है। बिहार के कन्हौली दुष्कर्म कांड को लेकर उन्होंने दोषियों को सजा देने के लिए लोगों को उकसाने वाला बयान दे डाला।
सीतामढ़ी [जेएनएन]। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मॉब लिंचिंग या भीड़ द्वारा काननू हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्त रूख अख्तियार किया है। सरायकेला में भीड़ द्वारा युवक की हत्या पर उन्होंने राज्यसभा में दुख जताया। वहीं, कुछ राजनीतिज्ञ भीड़ को कानून हाथ में लेने के लिए उकसाते भी दिख रहे हैं। हम बात कर रहे हैं पूर्व सांसद और जन अधिकार पार्टी (जेएपी) अध्यक्ष पप्पू यादव की। बिहार के कन्हौली दुष्कर्म कांड पर उन्होंने कहा है कि अगर कांड के सभी नौ आरोपितों को तीन माह के भीतर स्पीडी ट्रायल करा फांसी की सजा नहीं दी जाती है तो उन दरिंदों को सजा देने वालों को वे अपनी ओर से एक लाख रुपये का इनाम देंगे। पप्पू यादव पीड़ित परिवार से मिलने के लिए कन्हौली गए थे।
यह है मामला
विदित हो कि बिहार के सीतामढ़ी जिले के कन्हौली स्थित एक गांव में दो सगी नाबालिग बहनों के साथ आठ लड़कों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। इस दौरान उन्होंने लड़कियों की मोबाइल से उनका वीडियो भी बनाया तथा फोटो भी लिए। घटना बीते गुरुवार की देर शाम की है।
25-25 हजार के सहयोग राशि की घोषणा
पूर्व सांसद ने दुष्कर्म पीड़ित बहनों और परिजनों से मुलाकात कर दोनों बहनों को 25-25 हजार रुपये की सहयोग राशि देने का एलान किया। कहा कि इंसाफ मिलने तक वे इस परिवार के साथ खड़ा रहेंगे। उन्होंने दोहराया कि सरकार दुष्कर्मियों को शूट करे।
केंद्र व राज्य सरकारों पर साधा निशाना
उन्होंने लगातार बढ़ रही दुष्कर्म की घटनाओं को लेकर केंद्र और राज्य सरकारों पर निशाना साधा। कहा कि समाज में सिस्टम का खौफ नहीं है। दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं के लिए समाज भी जिम्मेदार है। घटना के बाद सबसे पहले जात-धर्म पूछा जाता है। लोग पूछते हैं कि पीड़ित किस जाति-धर्म का है। आरोपित की जाति और धर्म क्या है? पप्पू यादव ने कहा कि बलात्कारी और जाति-धर्म के नाम पर एक-दूसरे को काटने वालों के लिए उनके दिल में कोई रहम नहीं है।
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