पप्पू यादव ने शराबबंदी पर बोला हमला- कहा, ब्लड टेस्ट में 80 फीसद पुलिसवाले शराबी मिलेंगे
पप्पू यादव ने आज सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों पर जमकर बरसें। सीएम नीतीश कुमार को शराब तस्करी रोकने की इच्छाशक्ति दिखाने के लिए ललकारा। तो विपक्ष को मुकेश सहनी का पीछा छोड़कर जहरीली शराब से मौत अपराध और भू माफिया पर बहस की नसीहत दी ।
पटना, राज्य ब्यूरो । जन अधिकार पार्टी प्रमुख व पूर्व सांसद पप्पू यादव ने रविवार को सत्ता पक्ष और विपक्ष पर जमकर बरसें। सदन में सार्थक बहस की नसीहत दी तो राज्य में शराब तस्करी पर भी हमला बोला। जाप अध्यक्ष ने कहा कि शराबबंदी को लागू हुए पांच वर्ष से ज्यादा का समय हो चुका है लेकिन शराब की तस्करी नहीं रूक रही है । यदि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसे लेकर गंभीर है तो अपनी इच्छाशक्ति जगाएं और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करें । अगर बिहार के सभी थानेदारों का ब्लड टेस्ट कराया जाए तो 80 फीसदी से ज्यादा थानेदार ऐसे मिलेंगे जो रोज शराब पीते हैं । नीतीश जी ने 6 महीने में सजा देने की बात कही थी लेकिन आज तक किसी भी बड़े तस्कर को सजा नहीं मिली । उन्होंने कहा कि बिहार में अपराध चरम पर है। रोज हत्याएं और लूट हो रही हैं। मुख्यमंत्री के गृह जिले नालंदा में पिछले एक हफ्ते में एक दर्जन से ज्यादा हत्याएं हो चुकी है। इससे राज्य की कानून व्यवस्था का अंदाजा लगाया जा सकता है । पप्पू यादव रविवार को पार्टी कार्यालय में प्रेस से बात कर रहे थे।
शराब तस्करी से नेता जमा कर रहे चंदा
पप्पू यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि शराब की तस्करी से सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेता अपनी-अपनी पार्टियों के लिए चंदा इकठ्ठा कर रहे हैं । जैसे पंचायत चुनाव लड़ने वालों से संपत्ति का ब्यौरा मांगा जा रहा है वैसे ही मुख्यमंत्री अपने नेताओं, पदाधिकारियों और उनके रिश्तेदारों की संपत्ति का ब्यौरा मांगे ।
रुपेश हत्याकांड का जिक्र करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि मैं चाहता हूँ कि रुपेश की पत्नी को न्याय मिले । उन्होंने भी सरकार से सीबीआइ जांच की मांग की है । मैं नीतीश कुमार से आग्रह करता हूँ कि सच्चाई सामने लाने के लिए इस घटना की जांच सीबीआइ से हो ।
सदन में पहुंच नहीं पाने का छलका दर्द
पप्पू यादव खुद बिहार विधान सभा 2020 में मधेपुरा सीट से चुनाव हार चुके हैं। सदन में सार्थक बहस की नसीहत दी । कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं के पास एक दूसरे की आलोचना के अलावा कोई और दूसरा मुद्दा नहीं है । विपक्ष मुद्दाविहीन दिख रहा है। जहरीली शराब से दलितों की मौत, भू और बालू माफिया, पलायन और अपराध का कोई जिक्र नहीं कर रहा है । बिहार जिन मुद्दों से प्रभावित हो रहा है उसकी चर्चा सदन में नहीं हो रही है । मुकेश सहनी के मुद्दे पर अनावश्यक रूप से विपक्ष हंगामा कर रहा है । मेरा आग्रह है कि रोजगार पर सदन में चर्चा हो ।