RJD MLA देह व्यापार व दुष्कर्म मामला: आरा से लखनऊ तक बिकी थी नाबालिग लड़की
आरा से लखनऊ तक बिकी एक नाबालिग लड़की की ये दर्द भरी दास्तान है। उसे कई बार कई जगहों पर बेचा गया था। उसके साथ राजद विधायक ने भी दुष्कर्म किया। केस होने के बाद विधायक फरार है।
पटना, जेएनएन। बिहार के हाई प्रोफाइल देह व्यापार की शिकार आरा की नाबालिग लड़की का महज चार हजार रुपये में सौदा किया गया था। उसे पहली बार लखनऊ में रिंकू नाम के युवक के आवास पर ले जाया गया था और वहीं उसके साथ गलत काम किया गया था। इतना ही नहीं, किशोरी को रिंकू के आवास पर उसे ले जाने वाली महिला के साथ भी गंदा काम किया गया था।
इसके एवज में नाबालिग लड़की व महिला को महज चार-चार हजार रुपये दिये गये थे। वहीं नाबालिग लड़की व महिला के बीच कड़ी बनी आरा की रहने वाली एक युवती को सिर्फ पांच सौ रुपये दिये गये थे। देह व्यापार में जेल जाने वाली महिला ने खुद इस बात को पुलिस के सामने स्वीकार किया है।
आरा से सीधे लखनऊ ले जाया गया था
महिला के बयान के मुताबिक नाबालिग लड़की को आरा से सीधे लखनऊ ले जाया गया। तीन दिन तक लखनऊ में रखे जाने के बाद महिला नाबालिग लड़की को लेकर पहले पटना और फिर आरा पहुंची। इसके बाद किशोरी को आरा स्थित मनरेगा के इंजीनियर के आवास पर भेजा गया।
फिर नाबालिग लड़की को पटना के सचिवालय स्थित एक सरकारी फ्लैट (नंबर 28) पर भेजा गया। इसे ही विधायक का आवास बताया जा रहा है। यहां उसे पिछले दरवाजे से महिला ही ले गयी थी। 164 के तहत कोर्ट में नाबालिग लड़की ने अपने बयान में इसी फ्लैट में भोजपुर के संदेश के विधायक अरुण यादव पर गंदा काम करने का आरोप लगाया है।
इतना ही नहीं, इसके बाद नाबालिग लड़की के साथ इसका सिलसिला ही चल पड़ा। आये दिन उसका सौदा किया जाने लगा। महिला के मुंहबोले जीजा द्वारा किशोरी को होटलों व अन्य जगहों पर भी भेजा जाने लगा।
नाबालिग लड़की को पहली बार दर्द देने वाले लखनऊ के रिंकू का भी पुलिस को अब तक सुराग नहीं मिल सका है। रिंकू का जुड़ाव भोजपुर से भी बताया जा रहा है।
वहीं, इस कांड में संदेश के राजद विधायक अरुण यादव की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। इस मामले में अब उनका जेल जाना तय माना जा रहा है। पुलिस के अनुरोध पर पॉक्सो के विशेष कोर्ट ने शुक्रवार को विधायक अरुण यादव के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया।
वारंट मिलते ही पुलिस विधायक की गिरफ्तारी में जुट गयी है। इसके लिए छापेमारी तेज कर दी गयी है। पुलिस इस मामले में अब भी साफ तौर पर कुछ बताने से परहेज कर रही है। इस केस के आईओ चंद्रशेखर गुप्ता शुक्रवार को डायरी लेकर कोर्ट पहुंचे। उसके बाद कोर्ट ने दोपहर बाद वारंट जारी कर दिया।