Move to Jagran APP

नैक एक्रिडेशन के लायक नहीं PPU के नौ में सात कॉलेज, पटना के इन दो ने बचाई लाज Patna News

नैक ने पीपीयू के नौ कॉलेजों में से सात को नैक मूल्यांकन के लिए अयोग्य घोषित कर दिया है। केवल दो कॉलेजों ने ही सूची में अपना स्थान बनाया है।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Wed, 11 Sep 2019 11:08 AM (IST)Updated: Wed, 11 Sep 2019 11:08 AM (IST)
नैक एक्रिडेशन के लायक नहीं PPU के नौ में सात कॉलेज, पटना के इन दो ने बचाई लाज Patna News
नैक एक्रिडेशन के लायक नहीं PPU के नौ में सात कॉलेज, पटना के इन दो ने बचाई लाज Patna News

पटना, जेएनएन। राजधानी के कॉलेजों की हाल बेहाल है। राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) ने पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय (पीपीयू) के नौ कॉलेजों में से सात को नैक मूल्यांकन के लिए अयोग्य घोषित कर दिया है। सेल्फ असेसमेंट रिपोर्ट (एसएसआर) के मूल्यांकन के बाद  क्वालीफाई करने वाले कॉलेजों की सूची विश्वविद्यालय व संबंधित कॉलेजों को भेज दी गई है।

loksabha election banner

पीपीयू के नैक समन्वयक प्रो. अरुण कुमार ने बताया कि रिपोर्ट की समीक्षा कर रहे हैं। जिन सात कॉलेजों को नैक एक्रिडेशन के लिए अयोग्य घोषित किया गया है उनकी खामियों को दूर कर नियमानुसार छह माह के बाद दोबारा एसएसआर सबमिट की जाएगी।

14 में तीन ही करेंगे क्वालीफाई

पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के 14 कॉलेजों ने नैक मूल्यांकन के लिए जुलाई में एसएसआर सबमिट किया था। नौ कॉलेजों की रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी गई है। वहीं, शेष बचे पांच में से एक कॉलेज के ही क्वालीफाई करने की संभावना है। नालंदा जिले का एक भी कॉलेज नैक मूल्यांकन की पहली बाधा पार नहीं कर सका। जेडी वीमेंस कॉलेज पटना और एएनएस कॉलेज बाढ़ ने 30 फीसद अंक प्राप्त कर क्वालीफाई किया। इन दोनों कॉलेजों में अक्टूबर अंत या नवंबर में पीयर टीम भ्रमण करेगी।

विश्वविद्यालय प्रबंधन का नहीं मिला साथ

क्वालीफाई नहीं करने वाले कॉलेजों के प्राचार्य ने बताया कि विश्वविद्यालय ने आनन-फानन में बगैर तैयारी के एसएसआर दबाव में सबमिट कराया था। मार्च, 2018 में विश्वविद्यालय गठन के बाद प्रक्रिया प्रारंभ की जाती तो बेहतर परिणाम की उम्मीद की जा सकती थी। एसएसआर स्वीकृत हो जाए, इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन से किसी तरह का सहयोग नहीं मिला। दो कार्यशाला के बाद एसएसआर सबमिट करने का फरमान जारी कर दिया गया। अब छह माह बाद एसएसआर सबमिट करने पर सभी कॉलेजों को दोबारा डेढ़ से दो लाख रुपये खर्च करने होंगे। 

एक्रिडेशन के लिए क्या है क्वालीफाई करने की प्रक्रिया

नैक एक्रिडेशन के लिए इच्छुक कॉलेजों को सबसे पहले राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद् की वेबसाइट पर एसएसआर सबमिट करना होता है। इसके आधार पर कॉलेज या विश्वविद्यालय प्री क्वालीफाई स्टेज का मूल्यांकन किया जाता है। इसमें 30 फीसद अंक प्राप्त करना अनिवार्य होता है। पीपीयू के कॉलेज 30 फीसद अंक प्राप्त करने में भी नाकाम रहे। वहीं, क्वालीफाई करने वाले कॉलेजों में पीयर टीम मूल्यांकन करेगी। कुल 100 अंकों के मूल्यांकन में एसएसआर के आधार पर 70 फीसद तथा पीयर टीम के मूल्यांकन के आधार पर 30 फीसद अंक दिए जाते हैं। दोनों मिलाकर ग्रेड जारी किए जाते हैं। कुल अंकों में 37.5 फीसद से कम प्राप्त करने पर कोई ग्रेड नहीं मिलता है।

नैक ग्रेड के आधार पर मिलता है अनुदान

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) तथा केंद्रीय एजेंसियां नैक एक्रिडेशन में प्राप्त ग्रेड के आधार पर ही अनुदान देती हैं। नैक मूल्यांकन के अभाव में कॉलेज व विश्वविद्यालय को अनुदान की मोटी राशि से हाथ धोना पड़ता है।

डिसक्वालीफाई किए गए कॉलेज

बीएस कॉलेज दानापुर, आरपीएम कॉलेज पटना सिटी, आरएलएसवाई कॉलेज बख्तियारपुर, नालंदा महिला कॉलेज बिहारशरीफ, एसपीएम कॉलेज उदवंतपुरी, नालंदा, किसान कॉलेज सोहसराय, एसयू कॉलेज हिलसा।

क्वालीफाई हुए कॉलेज

जेडी वीमेंस कॉलेज पटना

एएनएस कॉलेज बाढ़।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.