आइजीआइएमएस में 16 वर्ष तक के बच्चे की जन्मजात बीमारियों का ऑपरेशन एवं इलाज मुफ्त Patna News
आइजीआइएमएस में राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम के तहत शून्य से 16 वर्ष के बच्चों का किसी भी जन्मजात बीमारियों का ऑपरेशन एवं इलाज मुफ्त हो सकेगा।
पटना, जेएनएन। इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (आइजीआइएमएस) में अब राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम के तहत शून्य से 16 वर्ष के बच्चों का किसी भी जन्मजात बीमारियों का ऑपरेशन एवं इलाज मुफ्त हो सकेगा। इसी योजना के तहत शुक्रवार को ईएनटी विभाग में सात वर्षीय बच्चा का जन्मजात जबरे की बीमारी का ऑपरेशन किया गया। इस बीमारी में बोन ब्रीज इंप्लांट काफी कीमती होता है।
पहली बार ईएनटी विभाग में की गई सर्जरी
इस बीमारी में बोन ब्रीज इंप्लांट जो कि काफी कीमती होता है। बाल सुरक्षा योजना के नोडल पदाधिकारी डॉ. सुजीत कुमार ने बताया कि पूरे पूर्वोत्तर भारत में यह सर्जरी पहली बार ईएनटी विभाग में किया गया है। ईएनटी विभागाध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि बोन ब्रिज इंप्लांट सर्जरी एक अत्याधुनिक तकनीक है जो कि आस्ट्रीया देश से आयात कर इंप्लांट लगाया जाता है।
साढ़े चार लाख रुपये है अॉपरेशन की कीमत
इसकी कीमत करीब साढ़े चार लाख रुपये होती है। इस बीमारी में बच्चा जन्म से ही सुन नहीं पाता था। शुक्रवार को दानापुर के एक सात वर्षीय बच्चे का जबरा का ऑपरेशन किया गया। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि आइजीआइएमएस में राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम स्कीम के तहत 16 वर्ष के बच्चे की जन्मजात बीमारी का ऑपरेशन मुफ्त होगा। संस्थान के निदेशक डॉ. एनआर विश्वास ने पूरी टीम को बधाई दी है। साथ ही उन्होंने कहा है कि नई सुविधा से आइजीआइएमएस में दूर दराज से आने वाले मरीजों को परेशानी नहीं होगी।