पटना के 160 पेट्रोल पंपों में सिर्फ 35 के पास प्रदूषण जांच केंद्र
अब सभी पेट्रोल पंपों को प्रदूषण जांच केंद्र खोलना होगा।
पटना । पटना शहरी क्षेत्र में वाहनों की बढ़ती संख्या प्रदूषण वृद्धि का बड़ा कारण है। वायु प्रदूषण के साथ ही ध्वनि प्रदूषण लोगों को अस्वस्थ करने में अहम भूमिका निभा रहा है।
पटना में करीब 160 पेट्रोल पंप हैं। इनमें से करीब 35 के पास प्रदूषण जांच केंद्र हैं। सभी पंपों के लिए प्रदूषण जांच केंद्र खोलना अनिवार्य कर दिया गया है। परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल के निर्देश पर जिला परिवहन पदाधिकारी अजय कुमार ठाकुर सभी पेट्रोल पंपों को नोटिस जारी करा रहे हैं। इसमें स्पष्ट कहा जा रहा है कि प्रूदषण जांच केंद्र नहीं खोलने पर क्यों नहीं आपका लाइसेंस रद कर दिया जाए। अवर जिला परिवहन पदाधिकारी (एडीडीओ) एनके वर्णवाल को इस कार्य की जिम्मेदारी सौंप दी गई है।
पटना में 12 लाख वाहन हैं। अधिकांश वाहनों के पास प्रदूषण प्रमाणपत्र नहीं है। लोग नियमित रूप से प्रदूषण जांच प्रमाणपत्र नहीं लेते हैं। परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार नियमित रूप से वाहनों के पार्ट्स बदलने एवं सर्विसिंग कराने से कम मात्रा में प्रदूषण फैलता है। लेकिन लोग प्रमाणपत्र ही नहीं लेते हैं। सिर्फ जांच से बचने के लिए प्रमाणपत्र लेते हैं। सभी लोगों को पेट्रोल पंप जाना है, अब वहीं पर प्रदूषण की भी जांच हो जाएगी।
---------
सभी पेट्रोल पंप मालिकों को प्रदूषण जांच केंद्र का लाइसेंस लेना अनिवार्य कर दिया गया है। विलंब करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वाहन मालिक बिना प्रदूषण प्रमाणपत्र के वाहन न चलाएं।
- संजय कुमार अग्रवाल, सचिव, परिवहन विभाग
- - - - - - - - -