बिहार: लॉकडाउन में हुई ऐसी शादी कि दूल्हा-दुल्हन रखेंगे याद, फोन पर रिश्तेदारोंं ने दिया आशीर्वाद
लॉकडाउन के कारण शादी-ब्याह के साथ ही किसी तरह के उत्सव पर पाबंदी है ताकि लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। एेसे में एक दूल्हा-दुल्हन ने अॉनलाइन शादी कर नई राह दिखाई है।
प्रभात रंजन, पटना। शादी का जिक्र आते ही बैंड-बाजा और धूम-धड़ाका की बात होने लगती है। कोरोना के कारण लॉकडाउन में ऐसा संभव नहीं, इसलिए ज्यादातर घरों में शादियां टाल दी गई हैं। ऐसे माहौल में पटना के राजीवनगर मोहल्ले के कुंदन और रूपाली ने ऑनलाइन शादी कर दूसरों को राह दिखाई है। लड़के के घर हुई शादी में सिर्फ दूल्हे और लड़की के घर वाले मौजूद रहे। फोन पर ही रिश्तेदारों ने वर-वधू को आशीर्वाद दिए।
बिजली विभाग के रिटायर्ड अधिकारी कुमोद प्रसाद श्रीवास्तव के छोटे पुत्र कुंदन की शादी नरकटियागंज की रहने वाली राजन कुमार श्रीवास्तव की पुत्री रूपाली से 17 अप्रैल को ऑनलाइन हुई। शादी की तिथि पहले से तय थी।
दादी की जिद पर हुआ प्रयोग
वधू के पिता राजन सिन्हा ने कहा कि रूपाली की दादी यानी मेरी मां अस्वस्थ चल रही हैं। उनका कहना था कि शादी की तिथि बदलना ठीक नहीं। ऑनलाइन शादी की बात पर वर पक्ष ने सहयोग किया।
पंडित पढ़ते रहे मंत्र
लड़के के भाई ऋषभ ने कहा कि लड़की वाले भी राजीवनगर में ही रहते हैं। शादी के दिन लड़की स्वजनों के साथ वर के घर ही चली आई। वर-वधू पक्ष के घर से दूर रह रहे पंडित जी ने पुलिस के पहरे के कारण घर से निकलने में असमर्थता जताई और मोबाइल पर ही वीडियो कॉल के सहारे विवाह के मंत्र पढ़े।
इधर, दोनों पक्षों ने पंडित जी की बताई विधि के अनुसार मांगलिक कार्य संपन्न किया। बेटी के पिता ने कन्यादान किया तो बेेटे के पिता ने बहू को बेटी मान अपने घर में रस्म के अनुसार प्रवेश कराया।
छह माह पहले तय हुई थी तिथि
पंडित राकेश झा ने बताया कि शादी की तिथि निर्धारित थी। शादी के कार्ड छपने के साथ बैंड-बाजे आदि बुक थे, लेकिन लॉकडाउन के कारण कार्यक्रम को बदलना पड़ा। मैंने सुझाव दिया ऑनलाइन शादी बेहतर विकल्प है। लॉकडाउन खुलने पर सामूहिक भोज का आयोजन कर लीजिएगा।