कलेक्ट्रेट, महेंद्रु और बांस घाट एक ही रास्ते से जाएंगे वाहन
छठ महापर्व के लिए गंगा घाट तैयार हो गए हैं।
पटना। छठ महापर्व के लिए गंगा घाट तैयार हो गए हैं। अब जिला प्रशासन घाटों तक जाने वाले रास्ते और वाहन पार्किंग की व्यवस्था करने में जुटा है। बांस घाट, कलेक्ट्रेट घाट और महेंद्रु घाट तक एक ही रास्ते से वाहन से आप जा सकते हैं। काली घाट यानी बांस घाट के पास गंगा की तरफ प्रवेश करना है। सीधे बांस घाट तक गाड़ियां चली जाएंगी। मुख्य सड़क से थोड़ा आगे जाने पर गंगा एक्सप्रेस वे के नीचे बनी चौड़ी सड़क से कलेक्ट्रेट और महेंद्रु घाट तक जाने की व्यवस्था की गई है। यहां एक बड़े भाग में पार्किंग बनाई गई है। बांस घाट जाने वालों के लिए गंगा के किनारे वाहन पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
बांस घाट, कलेक्ट्रेट और महेंद्रु घाट ये तीनों घाट एक-दूसरे से सटे हुए हैं। तीनों घाटों को मिलाकर करीब तीन किलोमीटर लंबा गंगा का पाट है। कलेक्ट्रेट और महेंद्र घाट के पास खूब जगह है। यहां गांधी मैदान जैसा नजारा है। यहां गंगा समतल हैं। कलेक्ट्रेट घाट और महेंद्रु घाट जाने के लिए रास्ता बनकर तैयार है। इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है। महेंद्रु घाट से पैदल जाने की व्यवस्था है। यहां से दो किमी पर गंगा घाट मिलेंगे। कलेक्ट्रेट घाट से भी पैदल जाने की व्यवस्था है। यहां से ढाई किमी दूरी पर गंगा मिलेंगी। कलेक्ट्रेट और महेंद्रु घाट जाने वाले या तो बांस घाट के रास्ते वाहन से गंगा दियारा में वाहन से जा सकते हैं। अन्यथा गांधी मैदान में वाहन लगाकर कारगिल चौक होते हुए कलेक्ट्रेट या महेंद्रु घाट जाएंगे और गंगा तक पहुंचेंगे। यह पैदल जाने का रास्ता है। काली घाट यानी बांस घाट से दो किमी चलने पर गंगा मिलेंगी। उसके बाद एक किमी लंबा गंगा तट है।
प्रशासनिक इंतजाम लगभग पूरे
घाट के किनारे वाच टावर, नियंत्रण कक्ष, लाइट, चेंजिंग रूम बनकर तैयार है। रास्ते और पार्किंग को अंतिम रूप दिया जा रहा है। गंगा किनारे बैरिकेडिंग का कार्य पूरा हो गया है। जगह-जगह शौचालय और यूरिनल की भी व्यवस्था की गयी है। पब्लिक एड्रेस सिस्टम की व्यवस्था की गई है। गंगा में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम निगरानी करेगी। नाविक और गोताखोर भी लगाए गए हैं।