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एक प्रिंसिपल के पास नौ आइटीआइ का प्रभार, करामात नहीं, मजबूरी है साहब

बिहार के श्रम संसाधन विभाग के पास एक एेसे प्रिंसिपल भी हैं जिनके पास नौ आइटीआइ का प्रभार है। ये इनकी कुव्वत नहीं मजबूरी है।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Thu, 10 Jan 2019 03:55 PM (IST)Updated: Thu, 10 Jan 2019 03:55 PM (IST)
एक प्रिंसिपल के पास नौ आइटीआइ का प्रभार, करामात नहीं, मजबूरी है साहब
एक प्रिंसिपल के पास नौ आइटीआइ का प्रभार, करामात नहीं, मजबूरी है साहब

पटना, जेएनएन। राज्य सरकार के श्रम संसाधन विभाग के पास एक ऐसे प्रिंसिपल हैं, जिनके पास दो जिलों के नौ आइटीआइ का प्रभार है। आप कहेंगे कि करामात है। ऐसी बात नहीं है। बेचारे परेशान रहते हैं। जाहिर है, आपाधापी में किसी संस्थान का काम ठीक से नहीं हो पाता है। श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा कहते हैं-प्रिंसिपलों के तबादले की फाइल प्रधान सचिव के पास है। जल्द नए लोग भेज दिए जाएंगे।

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इन महानुभाव का नाम है अरविंद आलोक

नौ संस्थानों की जिम्मेवारी संभालने वाले प्रिंसीपल हैं-अरविंद आलोक। 2015 में बीपीएससी के जरिए बहाली हुई। बेगूसराय सदर स्थित संस्थान में मूल पोस्टिंग है। मुख्यालय स्थित महिला आइटीआइ के अलावा बखरी, मंझौल, तेघरा और बलिया के अनमंडल आइटीआइ इनके प्रभार में है। बेगूसराय में छह संस्थान हुए। बगल के खगडिय़ा जिले के तीन आइटीआइ भी इन्हीं के हवाले है। खगडिय़ा के सामान्य आइटीआइ के अलावा मुख्यालय स्थित महिला आइटीआइ और गोगरी अनुमंडल आइटीआइ  इन्हीं के जिम्मे है। ये सभी प्रभार 2016-18 के बीच दिए गए हैं। यानी दो साल में नए प्रिंसीपल की पोस्टिंग की कोशिश नहीं की गई। दोनों जिलों के अनुमंडल स्थित आइटीआइ नए हैं। इस साल पहले बैच का दाखिला हुआ। विभागीय मंत्री बता रहे हैं कि उन्हें प्रभार वाले संस्थानों की जानकारी है। तबादले के जरिए पद भरे जाएंगे। फाइल विभाग के प्रधान सचिव के पास है। जरूरत पड़ी तो मुख्यमंत्री से भी बातचीत करेंगे।


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