तेजस्वी से जबरन बंगला खाली कराएगी सरकार, राजद नेताओं ने जताई आपत्ति
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित राजद के पूर्व मंत्रियों को सरकारी बंगला खाली करने का अंतिम आदेश जारी कर दिया गया है। इसपर राजद ने बिहार सरकार पर हमला बोला है।
पटना [जेएनएन]। पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव, पूर्व मंत्री अब्दुलबारी सिद्दिकी समेत राजद कोटे के छह पूर्व मंत्रियों को अब सरकारी बंगला खाली करना पड़ेगा। उनसे आवंटित बंगले को खाली कराने के लिए 'अंतिम निष्कासन आदेश' जारी कर दिया गया है। पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने 30 जनवरी को ही बंगला खाली कर दिया था।
सरकारी बंगला खाली करने का आदेश मिलने के बाद राजद नेताओं ने सरकार पर हमला बोला है। राजद ने इस कदम को राजनीति से प्रेरित बताया है। राजद नेताओं का कहना है कि जिस तरह पहले सुरक्षा हटाई और बाद में वापस की उसी तरह से आवास के मामले में किया जा रहा है।
राजद के पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम ने सरकार पर भेदभाव करने का आरोप लगाया है। राजद विधायक शक्ति सिंह यादव ने कहा कि पांच देशरत्न मार्ग बिहार सरकार के कैबिनेट मंत्री को आवंटित होता है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को भी कैबिनेट मंत्री का दर्जा है।
इस घटना को सुरक्षा प्रकरण जैसा बताते हुए कहा कि यह मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में है या नहीं यह देखना होगा। मुख्यमंत्री को यह देखना चाहिए कि अधिकारी क्या आदेश जारी कर रहे हैं। वह इस पर संज्ञान लें।
लालू परिवार में शादी की तैयारी चल रही है। मुख्यमंत्री को अपना यह निर्णय वापस लेना होगा। निर्माण विभाग ने 10 अप्रैल को तेजस्वी को सरकारी आवास खाली करने का नोटिस भी दिया था। यह आवास उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी को दिया जाना है।
भवन निर्माण विभाग ने पटना के एसपी आैर डीएम को नेता विरोधी दल के अलावा राबड़ी देवी के समधी एवं तेज प्रताप यादव के होने वाले ससुर पूर्व मंत्री चंद्रिका राय का भी आवास बल पूर्वक खाली करने को पत्र लिखा है।वह 5 सर्कुलर रोड में निवास कर रहे हैं।
25 हार्डिंग रोड को पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी से खाली कराया जाना है।शिवचन्द्र राम से 12 स्ट्रैंड रोड, पूर्व मंत्री चन्द्रशेखर से 16/ए बेली रोड , आलोक मेहता से 6 स्ट्रैंड रोड खाली कराने कराने के आदेश दिये गये हैं।
इस मामले में डीएम कुमार रवि ने कहा कि बंगला कब खाली कराना है इसकी तिथि भवन निर्माण को तय करने का अधिकार है? वह विभाग सारी तैयारी करके हमें अवगत करायेगा। इसके बाद कानून व्यवस्था के मद्देनजर सारी व्यवस्स्था में सुनिश्चित कराऊंगा। अभी तक मुझे पत्र नहीं मिला है, संभव है कि भवन निर्माण विभाग ने जो पत्र भेजा हो वह डाक में हो।
सूत्रों के मुताबिक भवन निर्माण विभाग के सक्षम प्राधिकार ने जिलाधिकारी और आरक्षी अधीक्षक को पत्र लिख कर इन नेताओं के आवंटित बंगलों को बलपूर्वक खाली कराने का आदेश जारी किया है।
विभाग के सक्षम प्राधिकार ने इसी माह से अंतिम तीनों नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू की थी। इसके पूर्व विभाग ने गत वर्ष 29 अगस्त को तेजस्वी-तेजप्रताप के लिए नया बंगला आवंटित कर दिया था। उन्हें मौजूदा बंगला खाली करने की नोटिस भी सितंबर में दी गई।
तेजस्वी प्रसाद यादव को नेता प्रतिपक्ष के नाते 1, पोलो रोड स्थित आवास आवांटित किया गया था। यह बंगला नेता प्रतिपक्ष के लिए ही कर्णांकित किया गया था, लेकिन तेजस्वी यादव उसमें रहने नहीं गए। ताजा निष्कासन आदेश के बाद अब जिला प्रशासन की ओर से तैनात दंडाधिकारी की देखरेख में नियत तिथि को आवास खाली कराने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।