पटना को स्वच्छ बनाने को लेकर स्लम एरिया का मुआयने कर रहे अधिकारी, ये करना पड़ेगा महंगा
पटना नगर निगम शहर को स्वच्छ बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता है। पटना को स्वच्छ बनाने में खुले में शौच बाधक बन गया है। स्लम क्षेत्रों के आसपास इस तरह का दृश्य दिख रहा है। -
जागरण संवाददाता, पटना: स्वच्छता रैकिंग में ज्यादा अंक लाकर बेहतर प्रदर्शन के लिए पटना नगर निगम कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता है। पटना को स्वच्छ बनाने में खुले में शौच बाधक बन गया है। स्लम क्षेत्रों के आसपास इस तरह का दृश्य दिख रहा है। कड़ाके की ठंड के बीच असलहे सुबह निगम अधिकारी स्लमों की प्ररिक्रमा कर रहे हैं। खुले में शौच करने वालों को देखते ही रोक-टोक कर रहे हैं। उन्हें शौचालय के उपयोग करने के लिए दबाव बना रहे हैं।
स्वच्छता रैकिंग में अंक वृद्धि के लिए पटना नगर निगम अपने क्षेत्र को शौच मुक्त बनाने की सभी तरह की तैयारियां पूरी कर ली है। स्लम सहित सभी क्षेत्रों को स्वच्छ दिखाने में निगम जुट गया है। निगम को ओडीएफ का प्रमाण पत्र मिलने वाला है। निगम को ओडीएफ का प्रमाण पत्र मिलने के बाद स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 की रैंकिंग में अधिक अंक मिलेंगे। पिछले वर्ष इस श्रेणी में पटना को शून्य अंक मिले थे।
अधिकारियों के स्लम बस्तियों में भ्रमण से लोग जागरूक भी हो रहे हैं। चितकोहरा पुल के पास एक ग्रुप सामूदायिक शौचालक पर कब्जा कर लिया था। इस तरह का दृश्य भी भ्रमण के दौरान निगम कर्मियों को मिल रहे हैं। नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा भी खुद स्लम बस्तियों का भ्रमण कर स्वच्छता परखते चल रहे हैं। नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने सभी अंचल के कार्यपालक पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि स्लम क्षेत्रों में भ्रमण करें तथा स्वच्छता की की गारंटी दें। सभी लोग शौचालय का इस्तेमाल करें। गंगा किनारे खुले में शौच करने वालों पर भी निगरानी की जा रही है। स्लम बस्ती की मतलभूत सुविधाएं भी सुदृढ़ की गई हैं। पटना नगर निगम की महापौर सीता साहू का कहना है कि स्वच्छता रैकिंग में पटना इसबार बेहतर प्रदर्शन करेगा। सभी स्तर पर तैयारी की गई है। सभी गतिविधयों के आंकड़े अपलोड किए जा रहे हैं।