400 करोड़ की लागत से बनेगा पटना में इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम
बिहार में भी लोग अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच का आनंद लेंगे। चार सौ करोड़ की लागत से मोइनुल हक स्टेडियम पटना को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का स्वरूप दिया जाएगा।
पूर्णिया [दीपक शरण]। वह दिन दूर नहीं जब बिहार में लोग प्रथम श्रेणी और आइपीएल ही नहीं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच का आनंद लेंगे। बिहार में स्टेडियम के अभाव के कारण लोग इन मैचों को देख नहीं पाते थे। बीसीए (बिहार क्रिकेट एसोससिएशन) ने अब इस दिशा में पहल की है। इसके लिए चार सौ करोड़ की लागत से मोइनुल हक स्टेडियम पटना को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का स्वरूप दिया जाएगा। बीसीए और बिहार राज्य सरकार के बीच इस अहम करार के बाद इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है।
सरकार को प्राप्त होगा 50 लाख रुपये सलाना
इसके अंतर्गत मोइनुल हक स्टेडियम को बीसीए लीज पर लेगी। बीसीए इसको स्तरीय क्रिकेट स्टेडियम के तौर पर विकसित करेगी जो अंतरराष्ट्रीय मापदंड के अनुरूप होगा। बीसीए के सचिव रविशंकर प्रसाद ङ्क्षसह ने कहा कि तीन वर्षों में इसके निर्माण कार्य को पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।
दरअसल खेल मैदान की कमी के कारण यहां खेल आयोजन के साथ ही निर्माण कार्य भी जारी रखना होगा। इस कारण स्टेडियम के बनने में थोड़ा वक्त लगेगा। राज्य सरकार के साथ हुए करार के मुताबिक पहले तीन साल तक 12 लाख रुपये सलाना बीसीए सरकार को भुगतान करेगी। तीन साल बाद प्रत्येक वर्ष पचास लाख रुपये बीसीए सरकार को भुगतान करेगी।
40 हजार दर्शकों की होगी क्षमता
मोइनुल हक स्टेडियम में 33 एकड़़ भूमि है जिसमें केवल क्रिकेट मैच का ही आयोजन होगा। इसको इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम के रूप विकसित करने में करीब चार सौ करोड़ रुपये खर्च का अनुमान है। स्टेडियम में 40 हजार दर्शकों के बैठने की सुविधा होगी। उसके बाद यहां अंतरराष्ट्रीय मैच कराना संभव हो पाएगा।
स्टेडियम तैयार होने के बाद आइसीसी इसका अंतिम रूप से मुआयना करेगी। अगले सत्र से ही रणजीत ट्राफी के तीन-चार मैच यहां प्रत्येक सीजन में कराए जाएंगे। इसके साथ ही अगले सत्र से आइपीएल मैच मिलने की भी संभावना बन जाएगी।
कहा-बिहार क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सचिव ने
मोइनुल हक स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के रूप में विकसित करने की योजना है। इसको लेकर बीसीए और राज्य सरकार के बीच करार हुआ है। जिसे अंतिम रूप दिया जा रहा है। 33 एकड़ की भूमि को बीसीए लीज पर ले रही है। जिसे तीन सालों में चार सौ करोड़ की लागत से स्टेडियम के रूप में विकसित किया जाएगा। इस दौरान यहां प्रथम श्रेणी और आइपीएल मैच करना संभव होगा।
रविशंकर प्रसाद सिंह, सचिव, बिहार क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड