BiharEducation: जेपीयू में शुरू होगी एनएसएस की पढ़ाई, यूजीसी ने लागू करने को भेजा है पत्र, पढ़ें पूरी खबर
जयप्रकाश विश्वविद्यालय में अब एनएसएस को ऐच्छिक विषय के रूप में लिया जा सकता है। जिसमें 60 फीसदी सैद्धांतिक व 40 फीसदी प्रैक्टिकल के लिए अंक निर्धारित किया गया है।
छपरा, जेएनएन। जयप्रकाश विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना(एनएसएस) अब ऐच्छिक विषय के रूप में पढ़ाया जा सकता है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने विश्वविद्यालयों को पत्र भेजा है। भेजे गए पत्र में कहा गया है कि ऐच्छिक विषय के रूप में एनएसएस को पढ़ाया जाएगा तो इसके प्रति विद्यार्थियों की रूझान बढ़ेगी। इसके लिए पाठ्यक्रम तैयार कर यूजीसी को भेजने को कहा गया है। जिसमें 60 फीसदी सैद्धांतिक व 40 फीसदी प्रैक्टिकल के लिए अंक निर्धारित किया गया है।
सैद्धांतिक व प्रायोगिक दोनों पेपर में विद्यार्थियों को पास करना जरूरी
100 अंक के पेपर में सैद्धांतिक व प्रायोगिक दोनों पेपर में विद्यार्थियों को पास करना जरूरी है। पाठ्यक्रम के माध्यम से युवा वर्ग में नेतृत्व क्षमता का विकास एवं सामाजिक बुराईयों को दूर करने का व्यावहारिक प्रशिक्षण भी मिलेगा। विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में एनएसएस को एच्छिक विषय के रूप में शामिल करने पर कैडेटों व एनएसएस के कार्यक्रम पदाधिकारियों में खुशी है।
क्या कहते हैं विवि के एनएसएस समन्वयक
जयप्रकाश विश्वविद्यालय के एनएसएस समन्वयक डा. हरिश्चंद्र ने कहा कि एनएसएस के पाठ्यक्रम में शामिल करने से इससे विद्यार्थियों के अंदर सेवा भाव आएगा और इसके साथ ही सक्रिय एनएसएस कैडेटों की संख्या भी बढ़ेगी। एनएसए कैडेट एवं आईजी अवार्डी मंटू कुमार यादव एवं ट्विकल कुमारी ने कहा कि एनएसएस को विषय के रूप में शामिल करने की सराहना की है।
प्रस्तावित पाठ्यक्रम एक नजर में
-संविधान का मूल अधिकार
-कर्त्तव्य
-मानव अधिकार एवं जन सूचना अधिकार
-परिवार एवं समाज स्वास्थ्य और सफाई
-पर्यावरण प्रबंधन, आपदा प्रबंधन पर जोर
-सिविल डिफेंस युवा व अपराध जीवन
-कौशल से संबंधित अन्य बिंदु