अब पटना पहले से ज्यादा दिखेगा 'स्मार्ट', योजनाओं का डीपीआर तैयार
राजधानी पटना को और स्मार्ट करने की योजना लगभग तैयार हो चुकी है। इसके सभी 75 वार्डो के लिए डीपीआर, आरएफपी के कार्यो को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
पटना [नलिनी रंजन]। राजधानी में स्मार्ट सिटी को लेकर होने वाले कार्यो का खाका दो-तीन महीने में दिखने लगेगा। मिशन स्मार्ट सिटी को लेकर स्मार्ट सिटी प्राइवेट लिमिटेड की ओर से कवायद तेजी से चल रही है। केंद्र व राज्य सरकार से राशि मिलने से पहले चरण में होने वाली योजनाओं के डीपीआर, आरएफपी के कार्यो को अंतिम रूप दिया जा रहा है। स्मार्ट सिटी के पहले चरण के कार्य में कंट्रोल एंड कमांड सेंटर व मंदिरी नाला को स्मार्ट बनाने को लेकर कार्य दिखने लगेगा। इसके अतिरिक्त नगर निगम के सभी 75 वार्डो में जन सेवा केंद्रों के निर्माण को लेकर डीपीआर को अंतिम रूप दिया जा सकेगा। अभी जन सेवा केंद्र के लिए स्थल चयन व सर्वेक्षण का कार्य अंतिम चरण में चल रहा है। स्मार्ट सिटी के एबीडी एरिया में सोलर प्लेट लगाने को लेकर भी कवायद पहले चरण में पूरी हो जाएगी।
स्लम का होगा उद्धार, बनेगा स्मार्ट एरिया
स्मार्ट सिटी के तहत एबीडी एरिया को स्लम फ्री क्षेत्र बनाया जाएगा। इसके तहत एबीडी एरिया में पड़ने वाले छह स्लम क्षेत्र को स्मार्ट एरिया में स्थापित कराया जाएगा। इसके लिए प्रधानमंत्री आवास योजना से लाभांवित कर उन्हें कमलानेहरू नगर और चीना कोठी में बसाया जाएगा। इस योजना पर लगभग 123 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके अतिरिक्त अदालतगंज स्लम एरिया को स्मार्ट बनाया जाएगा। 2.47 एकड़ में एरिया को रिडेवलपमेंट कर विकसित बनाया जाएगा। इसमें 15.80 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसमें सोलर फुटपाथ एंड क्षेत्र के साथ-साथ विकसित हर्ट शहर बनेगा। इसमें सभी सुविधाएं होंगी।
दुर्घटना व आपराधिक घटना में शामिल दोषी नहीं बच सकेंगे
इंटिग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से शहर के लगभग 20 लाख लोगों को लाभ पहुंचेगा। कंट्रोल एंड कमांड सेंटर के तहत राजधानी की सभी स्ट्रीट लाइट से लेकर रेड लाइटो तक की निगरानी होगी। इसके तहत शहर में 11 सौ सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जाएंगे। पूरे शहर को सर्विलांस पर रखा जा सकेगा। इससे शहर में कही भी दुर्घटना या आपराधिक घटनाओं के आरोपित को आसानी से पकड़ा जा सकेगा। इसके अतिरिक्त इसमें परिवहन, सीवरेज, स्ट्रीट लाइट, ट्रैफिक लाइट, शहरी गतिविधि की कैमरा रिकॉर्डिग, पेयजल, शौचालय, ठोस-कचरा प्रबंधन, डस्टबिन, वाईफाई, निगम के वाहनों की अद्यतन स्थिति उपलब्ध रहेगी। कही भी किसी प्रकार की परेशानी होने पर सीधे कंट्रोल रूप में सूचना पहुंच जाएगी। इस पर 170 करोड़ रुपये खर्च होंगे
गांधी मैदान में बनेंगे ओपेन मूवी थिएटर
गांधी मैदान में ओपेन मूवी थिएटर स्थापित किए जाएंगे। इसके लिए भी निदेशक मंडल ने एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआइ) की स्वीकृति दे दी गई। जल्द ही इस पर आगे की कार्रवाई दिखेगी।
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आगामी दो महीनों में कई परियोजनाओं पर कार्य आरंभ होने की स्थिति होगी। पहले चरण में आधा दर्जन योजनाओं पर कार्य आरंभ किए जाएंगे।
- सीता साहू, मेयर सह निदेशक, स्मार्ट सिटी प्राइवेट लिमिटेड।