अब एलएचबी रैक से चलेगी पाटलिपुत्र-सहरसा जनहित एक्सप्रेस
गाड़ी संख्या 13205/13206 सहरसा- पाटलिपुत्र-सहरसा जनहित एक्सप्रेस को एलएचबी रैक से चलाने की योजना है।
पटना। गाड़ी संख्या 13205/13206 सहरसा- पाटलिपुत्र-सहरसा जनहित एक्सप्रेस को एलएचबी रैक से चलाने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही गाड़ी संख्या 15529/15530 सहरसा-आनंद विहार-सहरसा जनसाधारण एक्सप्रेस एवं गाड़ी संख्या 15531/15532 सहरसा-अमृतसर-सहरसा जनसाधारण एक्सप्रेस का परिचालन भी अब एलएचबी कोच से किया जाएगा। इतना ही नहीं जनहित एक्सप्रेस में शयनयान श्रेणी के दो अतिरिक्त कोच भी स्थायी रूप से जोड़े जा रहे हैं।
13205/13206 सहरसा-पाटलिपुत्र-सहरसा जनहित एक्सप्रेस में सहरसा से 15 मार्च से एवं पाटलिपुत्र से 16 मार्च से एलएचबी कोच लगाया जाएगा। 15529/15530 सहरसा- आनंद विहार-सहरसा जनसाधारण एक्सप्रेस में सहरसा से 13 मार्च से तथा आनंद विहार से 14 मार्च से तथा 15531/15532 सहरसा-अमृतसर-सहरसा जनसाधारण एक्सप्रेस में सहरसा से 17 मार्च से एवं अमृतसर से 18 मार्च से एलएचबी कोच लगाए जाएंगे। : एलएचबी कोच की विशेषताएं :
एलएचबी कोच की औसत स्पीड 160 से 200 किमी प्रति घटा होती है जबकि आइसीएफ कोच की स्पीड 140 किमी प्रति घटा तक होती है। एलएचबी के डिब्बे स्टेलनेस स्टील के बने होते है जबकि आइसीएफ के माइल्ड स्टील के बने होते हैं। एलएचबी कोच में डिस्क ब्रेक सिस्टम होता है जिससे ट्रेन को जल्दी रोका जा सकता है जबकि आइसीएफ कोच में एयरब्रेक और ट्रेड ब्रेक सिस्टम होता है। इससे चलती ट्रेन को रोकने में अधिक समय लगता हैं। एलएचबी कोच का व्हील बेस आइसीएफ कोच के मुकाबले छोटा होता है जो हाई स्पीड होने पर भी रेल को सुरक्षित रखता है। एलएचबी कोच में अगर आप बैठेंगे तो ट्रेन के चलने की आवाज आपको ज्यादा परेशान नहीं करती है क्योंकि इसका साउंड लेवल 60 डेसीबल का होता है जबकि आइसीएफ कोच का साउंड लेवल 100 डेसीबल होता है। एलएचबी कोच में दो डिब्बों की अलग तरह से कपलिंग की जाती है कि दुर्घटना होने पर डिब्बे एक के ऊपर एक न चढ़े।