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स्मार्ट पटना : सबने कसी कमर, नगर पार्षदों ने एकजुटता का लिया संकल्प

पटना को स्मार्ट सिटी बनाने का अभियान फिर से शुरू हुआ है। पार्षदों ने इसके लिए एकजुटता का संकल्प लिया है।

By Pramod PandeyEdited By: Published: Thu, 01 Sep 2016 08:59 PM (IST)Updated: Fri, 02 Sep 2016 03:56 PM (IST)

पटना [जेएनएन ] । पिछली बार की विफलता से सबक लेने के बाद पटना फिर से स्मार्ट सिटी की दौड़ में शामिल है। प्रशासनिक स्तर पर इसके लिए प्रयास हो रहे हैं। पटना को स्मार्ट सिटी बनाने की मुहिम में मेयर सहित पार्षदों ने एक स्वर से हर कोशिश का संकल्प गुरुवार को दैनिक जागरण के कार्यालय में लिया, तो वाकई लगा- पटना बोल रहा है। परिचर्चा में मेयर, वार्ड पार्षद और कुछ स्थानीय नागरिक भी शामिल हुए।

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इस मंथन से यह बात स्पष्ट हुई कि पटना को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए सभी को मिलजुल कर प्रयास करना होगा और सभी तैयार भी हैं। इसके लिए नगर निगम, प्रशासन, सरकार को नागरिकों को साथ ले सामूहिक प्रयास करना होगा। अच्छा होगा कि खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना को स्मार्ट सिटी में शामिल करने के अभियान की अगुवाई करें।

विकास के कार्य में राजनीतिक मतभेद को हावी नहीं होने दिया जाए। विकास कार्यों में स्थानीय विधायक अपने इलाके के वार्ड पार्षदों को साथ लेकर उनकी सलाह पर काम करें। सबका मकसद एक ही होना चाहिए, लोगों को बेहतर सहूलियत मुहैया कराना।

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सिविक सेंस की कमी का मुद्दा आया सामने

बातचीत के दौरान आम लोगों में सिविक सेंस की कमी का मुद्दा भी सामने आया। यह बात सामने आई कि राजधानी में शुद्ध पेयजल, सीवरेज, ड्रेनेज, ट्रैफिक जैसी मूलभूत नगरीय सुविधाएं नहीं हैं। आवारा मवेशी, कुत्ते लोगों की परेशानी बढ़ाते हैं। वेंडिंग जोन चिह्नित नहीं होने के कारण जहां-तहां फुटपाथी दुकानदारों ने अतिक्रमण कर रखा है। पार्किंग की भी समुचित व्यवस्था नहीं है।

बिजली के तार जर्जर हो चुके हैं। कई जगह इनका मकडज़ाल बन गया है। इस परिचर्चा में वार्ड 55 के पार्षद संजय कुमार, वार्ड- 36 के पार्षद अरुण कुमार चौधरी, अनिल कुमार लहेरी, मो. फिरोज, तौफीक आलम, राजीव कुमार बुल्ली आदि ने पटना को स्मार्ट सिटी बनाने के संबंध में अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए।

मेयर की नसीहत, सबको निभानी होगी जिम्मेदारी

'पटना को स्मार्ट सिटी में शामिल कराने के लिए हर नागरिक को अनुशासन सीखना होगा। मेरा मानना है कि केंद्र सरकार को देश की तमाम राजधानियों को पहले चरण में स्मार्ट सिटी बनाना चाहिए था। इस बार कई राज्यों की राजधानियों को यह मौका फिर मिला है। बिहार की आर्थिक स्थिति का असर पटना नगर निगम पर पड़ता है। यहां सीवरेज नहीं है।

ड्रेनेज बेहतर नहीं है। दो दशकों से अफसरों व कर्मचारियों की कमी है। सभी को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। आम लोगों को रोजमर्रा की जिंदगी में जो चाहिए अगर वह मिले तो शहर खुद स्मार्ट बन जाएगा। तमाम पार्षद, सरकार मिलकर इस बार पटना को स्मार्ट सिटी बनाने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं।

- अफजल इमाम, मेयर, पटना नगर निगम

पार्षदों ने भी साझा की अपनी बात

शहर तभी स्मार्ट बनेगा, जब नागरिक स्मार्ट बनेंगे। खुद नगर निगम को भी स्मार्ट बनना होगा। निगम की आर्थिक कमजोरी दूर करनी होगी। लोगों को बताना होगा कि गीला और सूखा कचरा अलग-अलग रखें। डस्टबिन रहते हुए कचरा बाहर नहीं फेंका जाए।

पिंकी कुमारी, पार्षद, वार्ड-21

'स्मार्ट सिटी की राह में खराब ट्रैफिक व्यवस्था सबसे बड़ी बाधा है। जाम में मरीज फंसे रहते हैं। यातायात पुलिस और प्रशासन को इसमें सुधार के लिए ठोस प्रयास करने की आवश्यकता है। सड़कों पर होने वाले अतिक्रमण से स्थिति और बिगड़ जाती है। रिक्शा, टेंपो स्टैंड बनाने होंगे।

वाहन चालकों को ट्रेनिंग देनी होगी। फुटपाथी दुकानदारों के लिए व्यवस्था करनी होगी। नो पार्किंग में खड़ी गाडिय़ों का चालान करना होगा। शहर में जगह-जगह बिजली के तारों का मकडज़ाल है। हर बात के लिए नगर निगम को दोष देना ठीक नहीं है।Ó

- मो. महमूद कुरैशी, पार्षद, वार्ड 64

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'जब तक लोगों में भय नहीं पैदा होगा, उनके व्यवहार में सुधार नहीं होगा। सफाई आदि के संबंध में कई बार जागरूकता अभियान चलाया गया, जिसका कुछ खास असर नहीं दिखता है। गलत जगह कूड़ा फेंकने, खुले में पेशाब करने, गलत जगह गाड़ी खड़ी करने पर दंड का प्रावधान किया जाना चाहिए, तभी जनता स्मार्ट बनेगी।

शिव मेहता, पार्षद, वार्ड- 62

'नगर निगम के सारे अधिकार मेयर को प्राप्त नहीं हैं। पटना को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए खुद मुख्यमंत्री को पहल करनी चाहिए। उन्हें इस अभियान की सफलता के लिए मेयर, पार्षदों के साथ सड़क पर मार्च करना चाहिए। हर जनता का कर्तव्य है कि वह पटना को स्मार्ट सिटी बनाने का प्रयास करे।

विनोद यादव, पार्षद, वार्ड-20

'नगर निगम को वित्तीय ताकत नहीं मिली है। राजधानी में जल जमाव बड़ी समस्या है। सरकारी जमीन पर अतिक्रमण है। फुटपाथी दुकानदारों के लिए वेंडिंग जोन बनाना होगा। जल जमाव की समस्या को दूर करने के लिए पटना के दक्षिण में बरसात के पानी को जमा करने की व्यवस्था करनी होगी। जिसका बाद में सिंचाई और अन्य कार्यों में इस्तेमाल हो। आवारा कुत्तों पर अंकुश लगाना होगा। डस्टबीन का इस्तेमाल करने को लोगों को प्रेरित करना होगा।

- बालेश्वर सिंह, पार्षद, वार्ड-18

'स्मार्ट सिटी बनाने के लिए लोगों में जागरूकता पैदा करना आवश्यक है। जनता स्मार्ट बन रही है। मैंने अपने वार्ड में 9 सितंबर से इसकी शुरुआत का निर्णय लिया है। इसमें स्कूली बच्चों को शामिल किया जाएगा। बच्चे अपने अभिभावकों को स्मार्ट सिटी के लिए जागरूक बनाएंगे। स्थानीय विधायक को अपने क्षेत्र में लोगों से इस संबंध में आह्वान करना चाहिए।

- संजीव कुमार, पार्षद, वार्ड-22

'शहर को स्मार्ट बनाना सबकी जिम्मेदारी है। चाहे आम नागरिक हो या मंत्री-विधायक। आपसी तालमेल के अभाव का आलम यह है कि मेरे वार्ड में विधायक फंड से जो नाला बना है, उसे बड़े नाले से नहीं जोड़ा गया है। जिसके कारण सड़क पर पानी फैल जाता है। बड़े नालों को ढंकना होगा। लोग हर दिन खुले नाले में कचरा फेंकते हैं। पार्किंग में सब्जी मंडी लगती है।

- प्रभा देवी, पार्षद, वार्ड-23

' पटना को स्मार्ट बनने में ट्रैफिक जाम सबसे बड़ी बाधा है। मुख्यमंत्री की कोशिश है कि सूबे के किसी कोने से राजधानी तक छह घंटे में पहुंचा जा सके। हमारी कोशिश होनी चाहिए कि हम राजधानी के एक छोर से दूसरे छोर तक 15 मिनट में पहुंचें।

- मुन्ना जायसवाल, पार्षद- वार्ड- 67

'छोटी गाडिय़ों से बड़ी समस्या है। लोग यहां-वहां अपनी गाडिय़ां खड़ी कर देते हैं, जिसके कारण जाम लग जाता है। शहर में जगह-जगह साइकिल, दुपहिया वाहनों के लिए स्टैंड बनाना चाहिए। फुटपाथ पर अतिक्रमण है। फुटपाथी दुकानदार अपनी दुकान समेटने के बाद सारा कचरा सड़क पर ही फेंक देते हैं। इनके लिए वेंडिंग जोन बनाने की आवश्यकता है। आवारा कुत्तों और मवेशियों पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है।

- शहजादी बेगम, पार्षद, वार्ड-40

'स्मार्ट सिटी को लेकर आम लोगों में जागरूकता की जरूरत है। इसके लिए पहले अपने घर से शुरुआत होनी चाहिए। नगर निगम राजधानी को स्मार्ट सिटी में शामिल कराने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। उम्मीद है कि इस बार हम इसमें कामयाब हो जाएंगे।

- प्रमिला सिंह, पार्षद, वार्ड-7

'जिस तरह हम वोट मांगने घर-घर पहुंचते हैं, उसी तरह लोगों को जागरूक बनाने के लिए हमें लोगों तक पहुंचना होगा। उन्हें बताना होगा कि उनके इलाके में कहां-कहां डस्टबीन लगाए गए हैं। राजधानी में ड्रेनेज व पेयजल आपूर्ति पाइप लाइन में सुधार की आवश्यकता है। स्वच्छ पानी पीएंगे तभी स्वस्थ रहेंगे। बिजली के झूलते तारों, ट्रैफिक व्यवस्था, सफाई आदि में भी सुधार की आवश्यकता है।

- आभा लता, पार्षद, वार्ड-4

'अगर पटना स्मार्ट सिटी नहीं बन सका तो इसके लिए जनता से अधिक हम जन प्रतिनिधि दोषी हैं। खैर, अब पटना को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए सभी को संकल्प लेना होगा। उसके लिए आवश्यक कदम उठाने होंगे।

- विनोद कुमार, पार्षद, वार्ड- 58


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