पटना में प्रदूषण प्रमाणपत्र होगा अॉनलाइन, सब कुछ ठीक होने पर मिलेगा सर्टिफिकेट
वाहन प्रदूषण जाच के नाम पर फर्जीवाड़ा करना अब आसान नहीं होगा।
By Edited By: Published: Sun, 07 Apr 2019 07:00 AM (IST)Updated: Sun, 07 Apr 2019 08:59 AM (IST)
पटना, जेएनएन। राजधानी में अब वाहन प्रदूषण जाच के नाम पर फर्जीवाड़ा करना अब आसान नहीं होगा। वाहनों से होने वाले प्रदूषण की रोकथाम के लिए परिवहन विभाग प्रदूषण प्रमाणपत्र को ऑनलाइन करने जा रहा है। परिवहन सचिव संजय अग्रवाल ने बताया कि वाहन प्रदूषण जांच प्रक्रिया को ऑनलाइन करने का काम पटना से शुरू हो गया है।
प्रक्रिया हो गई है शुरू
फिलहाल पायलट बेसिस पर पटना के एक प्रदूषण जाच केंद्र पर ऑनलाइन पॉल्यूशन सर्टिफिकेट निर्गत करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इसके लिए प्रदूषण जाच केंद्रों की नेटवर्किंग, इंटरनेट कनेक्टिविटी, कंप्यूटर आदि सभी आवश्यकताएं पूरी की जा रही हैं। वाहन प्रदूषण जाच के बाद जारी प्रमाण पत्र के सत्यापन के लिए क्यू आर कोड होगा, जिसे स्कैन कर प्रमाणपत्र को सत्यापित किया जा सकेगा।
मापदंड पूरा होने पर जारी होगा सर्टिफिकेट
परिवहन सचिव ने बताया कि वाहनों की प्रदूषण जाच रिपोर्ट अब पूरी तरह ऑनलाइन ही होगी। जाच का मापदंड पूरा होने के बाद ही प्रदूषण सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा। बीएस-4, बीएस-3 आदि कैटेगरी के हिसाब से वाहनों के प्रदूषण की जाच की जाएगी। इससे विभाग के पास जानकारी उपलब्ध रहेगी कि कितने वाहनों का प्रदूषण सर्टिफिकेट है और कितने का नहीं। जिन वाहनों का प्रदूषण सर्टिफिकेट नहीं रहेगा वैसे वाहनों को चिन्हित कर कार्रवाई करने में आसानी होगी। अब तक वाहनों की प्रदूषण जाच के बाद एक रसीदनुमा सर्टिफिकेट दिया जाता था। इसमें फर्जीवाड़े की शिकायत भी मिलती थी।
पॉल्यूशन सर्टिफिकेट बनवाने के लिए कई बार लोग अवैध तरीके से कम पैसे खर्च कर सर्टिफिकेट बनवा लेते थे। अब इस व्यवस्था को ऑनलाइन कर दिया गया है। मशीन से वाहन की प्रदूषण जाच रिपोर्ट आएगी। जाच रिपोर्ट की ऑनलाइन इंट्री की जाएगी। सर्टिफिकेट तभी जारी किया जाएगा जब जाच में सबकुछ ठीक पाया जाएगा। ऐसी स्थिति में प्रदूषण जाच के नाम पर चल रहा घालमेल थमेगा और प्रदूषण के स्तर में भी थोड़ी कमी आएगी।
प्रक्रिया हो गई है शुरू
फिलहाल पायलट बेसिस पर पटना के एक प्रदूषण जाच केंद्र पर ऑनलाइन पॉल्यूशन सर्टिफिकेट निर्गत करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इसके लिए प्रदूषण जाच केंद्रों की नेटवर्किंग, इंटरनेट कनेक्टिविटी, कंप्यूटर आदि सभी आवश्यकताएं पूरी की जा रही हैं। वाहन प्रदूषण जाच के बाद जारी प्रमाण पत्र के सत्यापन के लिए क्यू आर कोड होगा, जिसे स्कैन कर प्रमाणपत्र को सत्यापित किया जा सकेगा।
मापदंड पूरा होने पर जारी होगा सर्टिफिकेट
परिवहन सचिव ने बताया कि वाहनों की प्रदूषण जाच रिपोर्ट अब पूरी तरह ऑनलाइन ही होगी। जाच का मापदंड पूरा होने के बाद ही प्रदूषण सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा। बीएस-4, बीएस-3 आदि कैटेगरी के हिसाब से वाहनों के प्रदूषण की जाच की जाएगी। इससे विभाग के पास जानकारी उपलब्ध रहेगी कि कितने वाहनों का प्रदूषण सर्टिफिकेट है और कितने का नहीं। जिन वाहनों का प्रदूषण सर्टिफिकेट नहीं रहेगा वैसे वाहनों को चिन्हित कर कार्रवाई करने में आसानी होगी। अब तक वाहनों की प्रदूषण जाच के बाद एक रसीदनुमा सर्टिफिकेट दिया जाता था। इसमें फर्जीवाड़े की शिकायत भी मिलती थी।
पॉल्यूशन सर्टिफिकेट बनवाने के लिए कई बार लोग अवैध तरीके से कम पैसे खर्च कर सर्टिफिकेट बनवा लेते थे। अब इस व्यवस्था को ऑनलाइन कर दिया गया है। मशीन से वाहन की प्रदूषण जाच रिपोर्ट आएगी। जाच रिपोर्ट की ऑनलाइन इंट्री की जाएगी। सर्टिफिकेट तभी जारी किया जाएगा जब जाच में सबकुछ ठीक पाया जाएगा। ऐसी स्थिति में प्रदूषण जाच के नाम पर चल रहा घालमेल थमेगा और प्रदूषण के स्तर में भी थोड़ी कमी आएगी।
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