बड़े-बड़े वादे नहीं, आधी आबादी के लिए धरातल पर काम करे उम्मीदवार
लोकसभा चुनाव में महिलाओं की कैसी भागीदारी हो इसपर चर्चा करने के लिए मंगलवार को संगिनी क्लब पटना की सदस्याएं एकत्रित हुईं।
पटना, जेएनएन। चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों के बड़े-बड़े वादे होते हैं, लेकिन, वादे पूरे नहीं किए जाते हैं। अब पहले वाली बात नहीं रही। आज के मतदाता जागरुक हो गए हैं। साफ छवि वाले और देश हित में काम करने वाले नेताओं को अपना वोट देना चाहते हैं। दैनिक जागरण संगिनी क्लब की ओर से सोमवार को 'हर वोट कुछ कहता है' कार्यक्रम के दौरान संगिनियों ने न केवल अपनी बात रखी बल्कि चुनाव के दिन मतदान केंद्रों पर हर महिलाओं को ले जाने पर बल दिया।
महिलाओं ने जात-पात, धर्म-मजहब से ऊपर उठकर देश और समाज के विकास के साथ आधी आबादी की समस्याओं को दूर करने वाले उम्मीदवार को वोट देने की बात कही है। रामनगरी, आशियाना में शिव मंदिर के पास आयोजित कार्यक्रम का नेतृत्व क्लब की सदस्य पूनम आंनद ने किया। कार्यक्रम के दौरान संगिनी क्लब से जुड़ी सदस्यों ने बढ़-चढ़ कर भाग लेकर अपनी राय व्यक्त की।
महंगाई सबसे बड़ी समस्या
पूनम आनंद ने कहा कि आज महिलाओं की सबसे बड़ी समस्या महंगाई है। बढ़ती महंगाई के कारण घर घर चलाने में काफी परेशानी होती है। ऐसे में महिलाएं उन उम्मीदवारों को वोट देंगी जो देश में महंगाई को खत्म करे।
सुरक्षित नहीं है नारी
पुष्पा कुमारी ने कहा कि महिलाएं और लड़कियां कहीं भी सुरक्षित नहीं है। सुरक्षा की गारंटी नहीं होने के चलते महिलाएं घर से बाहर निकलने से डरती हैं। सुरक्षा और उत्थान की बात करने वाले प्रत्याशी को वोट देना हमारी पहली प्राथमिकता होगी।
आरक्षण हटाने की नहीं है जरूरत
पूर्णिमा पांडेय ने कहा, देश से आरक्षण को हटाने की जरूरत है। समाज के सभी वर्गो के लिए एक जैसा नियम का प्रावधान हो। सामान्य घर की बेटियों को मन में आरक्षण को लेकर कई सारी बातें आती हैं। देश में ऐसी सरकार बने जो समस्या को दूर करे।
सबके लिए आवश्यक हो शिक्षा
चंचला तिवारी ने कहा, सबके लिए शिक्षा आवश्यक है। बिना शिक्षा के विकास संभव नहीं है। ऐसे में नेता को भी शिक्षित होना आवश्यक है। साथ ही साफ- सुथरी छवि का भी होना जरूरी है। शिक्षित और साफ-सुथरी छवि वाले प्रत्याशी का चयन कर वोट देंगी, जो देश के विकास में अपना योगदान दे सकें।
सुरक्षा की दृष्टि से गांव की स्थिति ज्यादा खतरनाक
शशि प्रभा ने कहा कि महिला सुरक्षा आज भी सबसे एक बड़ी समस्या है। महिला घर में भी सुरक्षित नहीं हैं। आज भी महिलाएं अकेले घर से बाहर निकलने में डरती हैं। गांवों में स्थिति और भी खराब है। देश में ऐसी सरकार बने जो महिला सुरक्षा को पहली प्राथमिकता दे।
सबकी शिक्षा वाली बात पर सरकार करे अमल
रंभा गुप्ता ने कहा, सरकार को सबकी शिक्षा की बात करती है लेकिन, गांव-कस्बों में शिक्षा की बहुत दयनीय है। उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए गांव में कॉलेज नहीं है। ऐसे में बेटियों का भविष्य अधर में लटका रहता है। उच्च शिक्षा के लिए गांव-घर से पलायन करना पड़ता है। शिक्षा में सुधार करने वाले उम्मीदवार को वोट देंगे।