कोरोना जांच में आत्मनिर्भर हुआ एनएमसीएच
कोविड अस्पताल एनएमसीएच कोरोना जांच में आत्मनिर्भर हो गया है।
- भर्ती सभी मरीजों की जांच एंटीजन और दो ट्रूनेट मशीन से संभव
- डॉक्टरों से ट्रूनेट जांच पुर्जा पर लिखने का अनुरोध
अहमद रजा हाशमी, पटना सिटी : कोविड अस्पताल एनएमसीएच कोरोना जांच में आत्मनिर्भर हो गया है। यह कहना है कि यहां के माइक्रो बायोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. संजय कुमार का। उन्होंने बताया कि सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थित माइक्रो बायोलॉजी लैब में दो ट्रूनेट जांच मशीन लगी है। इससे हर दिन एक सौ मरीजों के सैंपल की जांच होती है। एंटीजेन किट भी पर्याप्त मात्रा में जांच के लिए उपलब्ध है। इन दो माध्यमों से एनएमसीएच के लगभग सभी मरीजों की जांच हर दिन की जा रही है। इससे रिपोर्ट भी तुरंत प्राप्त हो जाती है। इलाज को आगे बढ़ाने में आसानी होती है।
विभागाध्यक्ष का कहना है कि कुछ डॉक्टर पुर्जा पर एलाइजा या आरटीपीसीआर जांच लिख देते हैं। इस कारण वैसे मरीज का एंटीजन या ट्रूनेट से जांच करना संभव नहीं होता है। उन्होंने कहा कि यदि डॉक्टर पुर्जा पर ही ट्रूनेट जांच लिखे तो कोरोना जांच में एनएमसीएच की आत्मनिर्भरता और पक्की हो सकती है। डॉ. संजय कुमार ने बताया कि आरटीपीसीआर जांच के लिए सैंपल आरएमआरआइ भेजा जाता है। वहां सैंपल का अत्यधिक दबाव होने के कारण रिपोर्ट मिलने में देरी होती है। एनएमसीएच की आत्मनिर्भरता मरीज के हित में अच्छी उपलब्धि साबित होगी। 447 बेड वाले एनएमसीएच में 276 बेड खाली हैं। यहां 171 मरीज भर्ती हैं। डॉ. संजय कुमार का कहना है कि ट्रूनेट व एंटीजन से इतने मरीजों की हर दिन आसानी से जांच की जा सकती है। शाम तक सभी की जांच रिपोर्ट भी मिल जाती है। अधिक मरीज होने पर दूसरे दिन तो जांच रिपोर्ट मिलनी तय है।