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नीतीश ने केरल में किया चुनाव प्रचार, बोले- झूठे वादे कर धोखा दे रहे PM मोदी

बिहार के मुख्यमंत्री एवं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने केरल में कांग्रेस नेतृत्व वाले यूडीएफ के लिए चुनाव प्रचार किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झूठे वादे कर जनता को धोखा दे रहे हैं। लोकसभा चुनाव में बिहार ही नहीं, केरल के साथ भी ऐसा किया।

By Kajal KumariEdited By: Published: Sat, 07 May 2016 12:07 PM (IST)Updated: Sun, 08 May 2016 09:52 AM (IST)

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री एवं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने केरल में कांग्रेस नेतृत्व वाले यूडीएफ के लिए चुनाव प्रचार किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झूठे वादे कर जनता को धोखा दे रहे हैं। लोकसभा चुनाव में बिहार ही नहीं, केरल के साथ भी ऐसा किया। सत्ता में आने के बाद अपने सारे वादे भूल गए। बताते चलें कि कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ में जदयू भी शामिल है और उसके सात प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।

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नीतीश कुमार ने वाम दलों पर भी प्रहार किया और कहा कि बिहार की तरह केरल में भी ये भाजपा को मदद पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ओमन चंडी ने केरल में बेहतर काम किया है, उन्हें एक और मौका दें।

'संघमुक्त भारत' का नारा देने के बाद नीतीश कुमार का यह बिहार के बाहर पहला दौरा था। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर तेज हमला किया। कन्नूर के पानूर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान नरेंद्र मोदी और उनके सहयोगियों ने बिहार के लिए अनेक वादे किए, लेकिन सत्ता में आते ही इन्हें भूल गए। ऐसा ही सलूक उन्होंने केरल के साथ किया।

कहा, बिहार में जदयू, राजद और कांग्रेस के महागठबंधन ने चुनाव में किए अपने वादों को पूरा किया है। यह काम लगातार जारी है। बिहार में लागू की गई पूर्ण शराबबंदी भी इन्हीं वादों में से एक है और यह जनता के कल्याण के लिए लागू की गई है।

नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में भाकपा और माकपा पर भी तीखी प्रहार किया। उन्होंने कहा कि वाम दल बिहार में महागठबंधन में शामिल नहीं हुए और उन्होंने भाजपा को ही लाभ पहुंचाया। केरल में भी वाम दल बिहार की तरह ही भाजपा को फायदा पहुंचा रहे हैं। भाजपा जैसी सांप्रदायिक ताकतों के बढ़ते प्रभाव को गंभीरता से देखना होगा। यह भी पड़ताल होनी चाहिए कि इनका प्रभाव बढ़ा क्यों है?

कहा, केरल की मजबूती इसका धर्मनिरपेक्ष चरित्र है। सांप्रदायिक ताकतों का बढ़ता प्रभाव इसके लिए बड़ा खतरा है। उन्होंने यूडीएफ सरकार की अनेक उपलब्धियां भी गिनाईं। कोझीकोड में एक अन्य चुनावी सभा को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि बेहतर काम करने के इनाम के तौर पर जनता को मुख्यमंत्री ओमन चंडी को एक और मौका देना चाहिए।

सभा के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शराब को लेकर एक नीति बनानी चाहिए। गुजरात में दशकों पहले पूर्ण शराबबंदी लागू हुई है। केरल ने 2014 में आंशिक शराबबंदी लागू करते हुए 10 साल में पूर्ण शराबबंदी का फैसला लिया है। तमिलनाडु में सभी राजनीतिक दल शराबबंदी को लेकर एकमत हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री को भी चाहिए कि वे शराब को लेकर एक स्पष्ट नीति जनता के सामने लाएं।

भाजपा शासित झारखंड, मध्य प्रदेश और राजस्थान को भी शराब को लेकर स्पष्ट नीति बनानी चाहिए। केरल दौरे में नीतीश कुमार के साथ जदयू के बिहार प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह भी मौजूद थे।


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