JDU और BJP के बीच मिट रही दूरियां! CM नीतीश पहुंचे भाजपा नेता के घर, चैती छठ के खरना का ग्रहण किया प्रसाद
बिहार के सियासी गलियारों में जदयू और भाजपा के साथ होने की चर्चा एक बार फिर होने लगी है। रविवार को चैती छठ के खरना के मौके पर नीतीश कुमार अपने नेताओं के साथ भाजपा के विधान परिषद के घर पर पहुंचे थे।
पटना, राज्य ब्यूरो। मोदी उपनाम को लेकर मानहानि मामले में दो साल की सजा के बाद राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद करने को लेकर देशभर में विपक्षी पार्टियां भाजपा के खिलाफ मोर्चाबंदी किए हुए है। वहीं, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस मुद्दे पर मौन हैं। इसको लेकर सियासी गलियारों में कई तरह की चर्चाएं तेज हैं। इसी बीच भाजपा नेता के घर नीतीश कुमार की मौजूदगी ने आग में घी देने का काम किया।
बताया जा रहा है कि रविवार को एक तरफ डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव दिल्ली के लिए रवाना हुए। दूसरी तरफ सीएम नीतीश भाजपा नेता के घर खरना का प्रसाद ग्रहण करने पहुंच गए। भाजपा विधान पार्षद संजय मयूख के घर पहुंचते ही राजनीतिक गलियारों में जदयू और भाजपा के साथ आने की चर्चा एक बार फिर से होने लगी है।
संजय मयूख ने गर्मजोशी से सीएम का स्वागत किया
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को लोक आस्था के महापर्व चैती छठ के दूसरे दिन कई जगहों पर खरना प्रसाद को ग्रहण किया। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधान पार्षद संजय मयूख के घर पहुंचे थे। भाजपा नेता संजय मयूख ने हाथ जोड़कर अपने घर में उनका स्वागत किया। नीतीश कुमार ने भी मुस्कुरा कर उनका अभिवादन स्वीकार किया और व्रती के हाथों से खरना का प्रसाद ग्रहण किया।
सीएम के साथ विजय चौधरी भी रहे साथ
इसके बाद सीएम कुमुद वर्मा, जदयू महासचिव नंदकिशोर कुशवाहा व प्रतिभा सिंह के आवास पर भी गए और प्रसाद ग्रहण किया। उन्होंने राज्य की सुख, समृद्धि की कामना की। इस मौके पर वित्त मंत्री विजय चौधरी, सांसद चंद्रेश्वर चंद्रवंशी, विधान पार्षद संजय कुमार सिंह, ललन सर्राफ,,रवींद्र सिंह, राज्य नागरिक परिषद के पूर्व महासचिव अरविंद कुमार सिंह उर्फ छोटू सिंह,व जदयू नेता ओम प्रकाश सिंह सेतु भी मौजूद थे।
आज अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देंगी व्रती
बता दें कि लोक आस्था का महापर्व चैती छठ का खरना रविवार को संपन्न हो गया। व्रतियों ने रात में केले के पत्ते में खरना के प्रसाद को रखकर सूर्य के साथ-साथ चंद्रमा को भोग लगाया गया। इस दौरान व्रतियों के घर प्रसाद पाने वालों की भीड़ लगी रही। खरना का प्रसाद लेने साथ ही व्रतियों ने 36 घंटे का उपवास शुरू कर दिया। सोमवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। मंगलवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही चार दिवसीय चैती छठ महापर्व संपन्न हो जाएगा।