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Coronavirus: कोरोना के साथ ही बर्ड-स्वाइन फ्लू पर भी विमर्श, नीतीश बोले- राशन की कमी नहीं, धैर्य से रहें लोग

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि सूबे में जरूरी सामानों की कोई कमी नहीं है। लोगों को खाद्य सामग्री तथा अन्य जरूरी चीजें उपलब्ध होती रहेंगी। लोग धैर्य से रहें।

By Rajesh ThakurEdited By: Published: Tue, 07 Apr 2020 08:44 PM (IST)Updated: Tue, 07 Apr 2020 11:06 PM (IST)
Coronavirus: कोरोना के साथ ही बर्ड-स्वाइन फ्लू पर भी विमर्श, नीतीश बोले- राशन की कमी नहीं, धैर्य से रहें लोग
Coronavirus: कोरोना के साथ ही बर्ड-स्वाइन फ्लू पर भी विमर्श, नीतीश बोले- राशन की कमी नहीं, धैर्य से रहें लोग

पटना, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि सूबे में जरूरी सामानों की कोई कमी नहीं है। लोगों को खाद्य सामग्री तथा अन्य जरूरी चीजें उपलब्ध होती रहेंगी। लोग धैर्य और संयम बनाए रखें। सरकार की परिस्थितियों पर पैनी नजर है। कोरोना संक्रमण से निपटने को सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदम की समीक्षा के क्रम में मुख्यमंत्री ने यह बात कही। उन्होंने एईएस, बर्ड फ्लू और स्वाइन फ्लू पर भी विमर्श किया।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि दवाओं, मास्क और अन्य जरूरी उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चत करायी जाए। इसकी कमी नहीं होनी चाहिए। क्वारंटाइन में रखे गए मरीजों की निगरानी करते रहें। आपदा राहत केंद्रों पर आवासन, भोजन व चिकित्सा सुविधाओं पर निगाह रखी जाए। उन्‍हाेंने कहा कि राज्य में राशन सामग्री की कोई कमी नहीं है। लोग अनावश्यक रूप से घर से बाहर नहीं निकलें। जरूरी सामानों की आपूर्ति में किसी तरह की कठिनाई नहीं होगी। संक्रमित लोगों के इलाज के लिए जरूरी प्रबंध किए गए हैं। 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को यह जानकारी दी गयी कि कोरोना संदिग्धों की अधिक से अधिक जांच करायी जा रही है। संदिग्ध लोगों की स्क्रीनिंग भी तेज है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री राहत कोष से मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना के तहत जो एक हजार रुपए सभी राशनकार्ड धारी परिवारों के खाते में भेजे जा रहे हैं, उनमें और तेजी लाई जाएगी। 

मुख्यमंत्री ने एईएस, बर्ड फ्लू और स्वाइन फ्लू की स्थिति पर भी विस्तार से बात की। उन्होंने कहा कि एईएस से प्रभावित होने वाले संभावित क्षेत्रों में सभी प्रकार के सुरक्षात्मक उपाय सुनिश्चित करें। अन्य बीमारियों के इलाज के लिए भी समुचित कार्रवाई हो। ओला वृष्टि और असामयिक बारिश से जिन किसानों की फसल बर्बाद हुई है उनके खाते में तेजी से कृषि इनपुट अनुदान की राशि भेजें। सरकार ने इसके लिए 518.42 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हुए हैं। उन्‍होंने कहा कि लोगों को घबड़ाने की जरूरत नहीं। कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न परिस्थिति से प्रभावित लोगों की मदद सरकार आपदा मानकर कर रही है। 


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