एके-47 खरीद में अब बिहार के सफेदपोशों की खबर लेगी एनआइए, कइयों के उड़े होश
एके 47 तस्करी मामले के तार अब बिहार के सफेदपोशों से भी जुड़ने लगे हैं। एनआइए की जांच में पता चला है- कई सफेदपोशों ने इसकी खरीद की है। मामले में जल्द ही एनआइए चार्जशीट फाइल करेगी।
पटना, रमण शुक्ला। जबलपुर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से चोरी गई एके-47 खरीदने वाले बिहार के सफेदपोशों की खैर नहीं है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की जांच में पता चला है कि अपराधियों के साथ-साथ कई सरकारी मुलाजिम, व्यवसायी और ठेकेदारों ने एके-47 की खरीद की। एनआइए जल्द ही नक्सलियों द्वारा की जाने वाली लेवी वसूली के मामले में जल्द ही चार्जशीट दाखिल करेगी। इस कारण कइयों के होश उड़ गए हैं।
एनआइए के डीजी योगेश चंद्र मोदी और आइजी अनिल शुक्ला के नेतृत्व में पटना पहुंची टीम ने 28 और 29 नवंबर को बिहार से जुड़े मामलों की जांच से संबंधित प्रगति की समीक्षा की।
डीजी ने बिहार के विभिन्न जिलों में ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से चोरी कर बेची गई दो दर्जन से अधिक एके-47, नक्सलियों द्वारा लेवी वसूली संबंधी जांच, बोधगया में महाबोधि मंदिर सीरियल ब्लास्ट और आतंकी गतिविधियों से जुड़े प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) की समीक्षा की।
पिछले दिनों एनआइए की टीम ने पटना पुलिस के एक सिपाही को भी एके-47 प्रकरण में गिरफ्तार किया था। इससे पूर्व एनआइए एके-47 की खरीद-फरोख्त में शामिल तीन दर्जन अपराधियों पर शिकंजा कस चुकी है। एनआइए के डीजी ने बिहार पुलिस से सहयोग की अपील की है। उन्होंने डीजीपी केएस द्विवेदी के अलावा पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारियों के साथ भी समीक्षा में शामिल बिंदुओं को साझा किया।