Move to Jagran APP

Bihar Quarantine Center Update: बिहार में क्वारंटाइन सेंटर की मॉनीटरिंग के लिए बना नया सिस्टम, जानें...

बिहार में प्रखंड व पंचायत स्तर पर चल रहे क्वारंटाइन सेंटरों की मॉनीटरिंग के लिए अब नया सिस्टम काम करेगा। आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैैं।

By Rajesh ThakurEdited By: Published: Mon, 11 May 2020 06:57 PM (IST)Updated: Mon, 11 May 2020 06:57 PM (IST)
Bihar Quarantine Center Update: बिहार में क्वारंटाइन सेंटर की मॉनीटरिंग के लिए बना नया सिस्टम, जानें...
Bihar Quarantine Center Update: बिहार में क्वारंटाइन सेंटर की मॉनीटरिंग के लिए बना नया सिस्टम, जानें...

पटना, राज्य ब्यूरो: बिहार में प्रखंड व पंचायत स्तर पर चल रहे क्वारंटाइन सेंटरों की मॉनीटरिंग के लिए अब नया सिस्टम काम करेगा। आपदा प्रबंधन विभाग ने इस बारे में सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैैं। दरअसल, बिहार में बने क्‍वारंटाइन सेंटरों की मॉनिटरिंग मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार लगातार ले रहे हैं।   

loksabha election banner

एडीएम स्तर के अधिकारी करेंगे नियमित निरीक्षण

क्वारंटाइन सेंटर के बारे में जमीनी स्तर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा लगातार फीडबैक लिया जा रहा है। इस फीडबैक के आधार पर मुख्यमंत्री ने यह निर्देश दिया था कि जिले के वरीय अधिकारियों की एक टीम बना दी जाए और उन्हें यह जवाबदेही दी जाए कि वे नियमित रूप से प्रखंड व पंचायत क्वारंटाइन सेंटरों का निरीक्षण वहां जाकर करें। क्वारंटाइन सेंटरों के निरीक्षण की रिपोर्ट एडीएम स्तर के अधिकारियों को जिलाधिकारी को देनी है। जिलाधिकारियों के स्तर पर क्वारंटाइन सेंटर के बारे में आपदा प्रबंधन विभाग को नियमित रूप से जानकारी देनी है।

क्वारंटाइन सेंटर पर रह रहे लोगों से बातचीत कर लिया जाए फीडबैक

क्वारंटाइन सेंटर पर चल रही व्यवस्था के संबंध में फीडबैक को लेकर पहले यह सिस्टम था कि स्थानीय अधिकारियों से इन सेंटरों के बारे में बातचीत कर ली जाती थी। अब उच्चस्तर मिले निर्देश के बाद यह व्यवस्था की गयी है कि क्वारंटाइन सेंटर को निरीक्षण के लिए पहुंचे अधिकारी उक्त सेंटर पर रह रहे लोगों से बात कर पूरा फीडबैक लेंगे। अपनी रिपोर्ट में वह उन लोगों से हुई बातचीत का भी जिक्र करेंगे।

स्थानीय जनप्रतिनिधि देंगे जिला प्रशासन को पूरा ब्योरा

क्वारंटाइन सेंटर की मॉनीटरिंग के मामले में स्थानीय जन प्रतिनिधियों को भी अब सीधे-सीधे जवाबदेही दी गयी है। उन्हें अपने इलाके के क्वारंटाइन सेंटर के बारे में नियमित रूप से स्थानीय जिला प्रशासन को फीडबैक देना है। मुख्यमंत्री ने तो यहां तक कहा है कि अगर समस्या का निदान नहीं हो रहा तो वे मुख्यमंत्री आवास को भी फोन कर सकते हैैं।

इन मसलों पर होनी है मॉनीटरिंग 

  • समय पर भोजन मिल रहा या नहीं
  • भोजन की गुणवत्ता किस तरह की है
  • एक कमरे में जितने लोग रह रहे वह सेफ डिस्टेंसिंग के मानक के तहत है या नहीं
  • जितनी संख्या में लोग हैैं उस हिसाब से शौचालय व स्नानागार हैैं या नहीं
  • क्वारंटाइन सेंटर पर बिजली की व्यवस्था की क्या स्थिति है
  • क्वारंटाइन सेंटर से कोई बाहर तो नहीं निकल जा रहा

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.