पहले राहुल गांधी संभालेंगे अध्यक्ष की कमान, फिर होगा बिहार का फैसला
राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद पर ताजपोशी के बाद ही बिहार में प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा होगी। पार्टी राज्य में अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश में लगी है।
पटना [जेएनएन]। राहुल गांधी के अध्यक्ष पद की कमान संभालने के बाद ही अब कांग्रेस बिहार, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में नये प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति करेगी। संभावना एेसी जताई जा रही है कि राहुल गांधी नवंबर में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद संभालेंगे और उसके बाद ही वे नये प्रदेश अध्यक्षों के जरिये संगठन को मजबूत करने की कोशिश करेंगे।
वहीं, बिहार कांग्रेस में टूट की खबरों को देखते हए अशोक चौधरी की जगह कौकब कादरी को अंतरिम प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। लेकिन पार्टी जल्द ही नये प्रदेश अध्यक्ष की तैनाती करेगी। सूत्रों का कहना है कि पार्टी इस बार अध्यक्ष पद पर किसी अगड़ी जाति के नेता की तैनाती करने का मन बना चुकी है और एेसे व्यक्ति को प्रदेश अध्यक्ष बनाएगी जिसका तालमेल राजद से ठीक-ठाक रहे।
बता दें कि दिल्ली में विधायकों की राहुल गांधी से हुई मुलाकात में उनकी तरफ से कई सुझाव दिये गये थे और अब हाईकमान इन सुझावों पर गौर कर रहा है। अंतिम फैसला उसके बाद ही लिए जाने की संभावना है। अंतरिम अध्यक्ष कादरी की जगह ऐसे व्यक्ति को अध्यक्ष बनाया जायेगा, जिसमें सभी को साथ लेकर चलने की क्षमता हो।
हाईकमान की कोशिश है कि कांग्रेस को राज्य में लालू प्रसाद के प्रभाव से मुक्त कर और 2019 से पहले संगठन को मजबूत किया जा सके, ताकि अगले लोकसभा चुनाव में राजद के साथ गठबंधन की स्थिति में अधिक-से-अधिक सीटें हासिल की जा सकें।
बिहार के मौजूदा प्रभारी सीपी जोशी की जगह जेपी अग्रवाल को प्रभारी बनाया जा सकता है। सीपी जोशी की कार्यशैली को लेकर कई विधायकों ने हाईकमान को अपनी नाराजगी जाहिर की थी।
बिहार के बाद इसी तरह अगले साल मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी नये प्रदेश अध्यक्ष की तैनाती की जायेगी।मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान को टक्कर देने के लिए युवा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को और छत्तीसगढ़ में अजित जोगी की काट के लिए किसी आदिवासी को अध्यक्ष बनाया जा सकता है। इस पर मंथन चल रहा है।