रोजगार चाहिए तो जान लीजिए- बिहार परिवहन विभाग में मिलेगी नौकरी
परिवहन विभाग का अलग पुलिस सिपाही दस्ता तैयार होगा और इसके लिए विभाग में सिपाही के पद पर भर्ती की जाएगी। इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है और अब कैबिनेट की मंजूरी चाहिए।
पटना [रमण शुक्ला]। सरकार परिवहन विभाग का अलग पुलिस सिपाही दस्ता तैयार करेगी। परिवहन सिपाही की भर्ती प्रक्रिया पूरी होने तक पांच सौ स्पेशल ऑग्जीलरी पुलिस (सैप) की सेवा ली जाएगी। सैप की सेवा लेने के लिए परिवहन विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है।
शीघ्र ही कैबिनेट मंजूरी लेने की तैयारी है। यह पहल प्रदेश में लगातार बढ़ रही ओवर लोडिंग पर अंकुश लगाने और सड़क सुरक्षा व्यवस्था को मुकम्मल अमलीजामा पहनाने के उद्देश्य से शुरू की गई है।
नियमावली के अनुसार छह सौ परिवहन सिपाहियों का कैडर प्रदेश स्तरीय होगा, विभाग जरूरत के अनुसार जिलों में सिपाहियों की तैनाती करेगा। जिलों में जिला परिवहन पदाधिकारी (डीटीओ), मोटरयान निरीक्षक (एमवीआइ) और प्रवर्तन निरीक्षक को सेवा सौंपी जाएगी।
वर्तमान प्रस्ताव में पटना, गया, भागलपुर, मुजफ्फरपुर और दरभंगा जैसे बड़े जिलों में 20 और अरवल एवं शिवहर जैसे छोटे जिलों में पांच परिवहन सिपाही की तैनाती का प्रावधान किया गया है। भर्ती प्रक्रिया से संबंधित जिम्मेदारी गृह व पुलिस मुख्यालय को देने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। पुलिस मुख्यालय केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) को यह जिम्मेदारी देगा।
दरअसल, वर्तमान में जिलों में डीटीओ और एमवीआइ के आग्रह पर औचक निरीक्षण के लिए होम गार्ड की सेवा मुहैया कराई जाती है। परिवहन विभाग इसके लिए सेवा शुल्क का भुगतान करता है।
ईएसआइ और ईआइ तक पदोन्नति
नियमावली में परिवहन सिपाहियों को विभागीय परीक्षा के आधार पर पदोन्नति देने का भी प्रावधान किया गया है। परिवहन सिपाही प्रवर्तन निरीक्षक (ईएसआइ) और प्रवर्तन अवर निरीक्षक (ईआइ) के पद पर पदोन्नति पा सकते हैं।
एसटीसी का होगा अलग विंग
नियमावली में राज्य परिवहन आयुक्त (एसटीसी) के लिए अलग से सिपाही विंग का प्रावधान किया गया है। प्रदेशस्तरीय औचक निरीक्षण टीम जरूरत के अनुसार इस विंग का इस्तेमाल करेगी।