नाम किसी और स्कूल में, पढ़ाई कहीं और! अब नहीं चलेगा ऐसा, जानिए
एनसीइआरटी क्लास वन से 12वीं तक के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों के छात्रों का डाटा तैयार कर रहा है। मात्र एक क्लिक से पता चल जायेगा कि कौन कहां पढ़ रहा है।
पटना [जेएनएन]। नाम सरकारी स्कूल में और पढ़ाई प्राइवेट से ताकि सरकारी सुविधाओं का लाभ भी मिलता रहे। लेकिन अब यह नहीं होगा। कौन से बच्चे ने स्कूल छोड़ दिया, कौन बच्चा किस स्कूल में पढ़ रहा है, किस बच्चे ने एक स्कूल से नाम कटवा कर दूसरे स्कूल में नामांकन ले लिया है। अब इन सब बातों की जानकारी एनसीइआरटी की वेबसाइट पर मिल जायेगी।
क्लास वन से 12वीं तक के सभी सरकारी और निजी विद्यालय के स्टूडेंट्स इसमें शामिल हैं। हर स्कूल के हर बच्चे का अलग-अलग डाटा तैयार किया जा रहा है। जब यह डाटा तैयार कर लिया जायेगा, तब एक साथ सारे विद्यार्थी का डाटा एनसीइआरटी की वेबसाइट पर अपलोड होगा। इसके बाद किसी भी स्कूल के किसी भी बच्चे को ट्रैक करना आसान हो जायेगा।
एनसीइआरटी को 27 लाख छात्रों का डाटा भेजा गया
माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा 9वीं से 12वीं तक के 43 लाख बच्चों का डाटा तैयार करना है। अब तक 39 लाख विद्यार्थी का डाटा तैयार हो चुका है। इसमें 27 लाख का डाटा एनसीइआरटी को भेज दिया गया है। लगभग चार लाख प्राइवेट और कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों का डाटा अभी तैयार नहीं हो पाया है।
सितंबर तक डेटाबेस अपडेट
एनसीइआरटी द्वारा तमाम राज्यों को हर क्लास के लिए डाटाबेस तैयार करने को कहा गया है1 सितंबर से दिसंबर 2016 तक माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा योजना बनायी गयी। जनवरी से तमाम स्कूलों से स्टूडेंट्स का डाटा तैयार किया जाने लगा है। डाटाबेस जुलाई तक तैयार कर लिया जायेगा। इसके बाद इसे एनसीइआरटी को भेज दिया जायेगा। एनसीइआरटी द्वारा सितंबर में इसे वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जायेगा।
डाटा तैयार करने में स्कूलों से ली जा रही ये जानकारियां
विद्यार्थी का आधार नंबर, विद्यार्थी का नाम, अभिभावक का नाम, विद्यार्थी की जन्मतिथि, विद्यार्थी का जेंडर, सोशल केटेगरी, जाति, क्षेत्रीय भाषा, स्थायी निवास, स्कूल में नामांकन की तिथि, नामांकन संख्या, विद्यार्थी क्या बीपीएल में आता है।
बीपीएल ग्रुप से बाहर है तो इसकी जानकारी, विद्यार्थी किस क्लास में पढ़ता है, किस साल पढ़ाई शुरू की, क्लास वन में किस साल नामांकन लिया, साल भर में कितने दिन विद्यार्थी स्कूल आया, किस भाषा में डाटाबेस तैयार किये जा रहे हैं, 11वीं और 12वीं में विद्यार्थी किस स्ट्रीम के हैं, विद्यार्थी का बैंक अकाउंट नंबर, विद्यार्थी का मोबाइल नंबर, इ-मेल आइडी, विद्यार्थी हॉस्टल में रह कर पढ़ रहे हो तो उसकी जानकारी ली जा रही है।
सरकारी व निजी विद्यालय के तमाम छात्रों का डाटाबेस तैयार किया जा रहा है। इससे छात्रों के बारे में पूरी जानकारी एनसीइआरटी के पास होगी। किसी भी बच्चे के बारे में जानकारी ली जा सकेगी। साथ ही ड्रॉप आउट हो रहे विद्यार्थी चिह्नित किये जा सकेंगे।
रश्मि रेखा, राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, माध्यमिक शिक्षा परिषद