नरेन्द्र मोदी को गुजराती आम से ज्यादा अच्छा लगा भागलपुरी जर्दालु, इंग्लैंड के प्रधानमंत्री को भी भायी मिठास
बिहार के भागलपुर के जर्दालू आम की मिठास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पसंद आई। कृषि मंत्री ने बताया कि पीएम गुजरात के केसर आम को पसंद करते हैं जबसे उन्होंने बिहार का जर्दालु आम खाया है तब से उनके पसंदीदा आम की सूची में जर्दालू भी शामिल हो गया है।
राज्य ब्यूरो, पटना : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भागलपुर का जर्दालु आम गुजरात के केसर आम से ज्यादा अच्छा लगा। जर्दालु की मिठास प्रधानमंत्री को पसंद आई। कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने शनिवार को गांधी मैदान स्थित ज्ञान भवन में दो दिवसीय आम महोत्सव प्रतियोगिता- 2022 के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी। कृषि मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री गुजरात के केसर आम को पसंद करते हैं, लेकिन जबसे उन्होंने बिहार का जर्दालु आम खाया है, तब से उनके पसंदीदा आम की सूची में जर्दालु भी शामिल हो गया है। इंग्लैंड के प्रधानमंत्री बोरिस जानसर को भी बिहार का जर्दालु आम पसंद है।
भागलपुर के जर्दालु आम को 2018 में जीआई टैग मिल चुका है। बिहार में 1.60 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में आम के बाग हैं। करीब 15.50 लाख टन आम का उत्पादन होता है। इस वर्ष एपीडा के सहयोग से भागलपुर से 4.5 टन जैविक जर्दालु आम का निर्यात बहरीन, बेल्जियम एवं इंग्लैंड में किया गया है। कृषि मंत्री ने बताया कि राज्य के विभिन्न जिलों के किसान एवं उद्यमियों के करीब 2,558 प्रदर्शों की प्रदर्शनी लगी है। बिहार कृषि विश्वविद्यालय सहित सरकार की कृषि संस्थाओं ने भी अपनी प्रदर्शनी लगाई है। कृषि सचिव डा. एन सरवण ने कहा कि मध्यकालीन किस्म लंगड़ा, कृष्णभोग, दशहरी, देर से पकने वाली किस्म में फजली, सुकुल, सीपिया, चौसा तथा संकर किस्त आम्रपाली, मल्लिका, सिंधु, पूसा अरुणिमा, अम्बिका, महमूद बहार, प्रभा शंकर, बीजू आम की किस्म के अलावा आम के विभिन्न मूल्यवर्धित प्रसंस्कृत उत्पाद देखने को मिल रहे हैं।
महोत्सव में रुचि जगाने को कई प्रतियोगिता
उद्यान निदेशक नंदकिशोर का कहना था कि महोत्सव को दिलचस्प बनाने के लिए आम नक्काशी प्रतियोगिता, आम खाओ प्रतियोगिता एवं आम फैन्सी ड्रेस प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। नई किस्मों एवं तकनीक के साथ ही आम के निर्यात तथा मूल्य संवर्धन के बारे में किसान एवं आमजनों को जानकारी देने के लिए विशेषकर युवाओं एवं बच्चों के लिए उद्यान निदेशालय प्रत्येक साल इस कार्यक्रम का आयोजन करता है।