Bihar Murder mystery: 10 लाख का इनाम भी नहीं आया काम, आरा में रणवीर सेना प्रमुख बरमेश्वर मुखिया के कातिलों तक नहीं पहुंच सकी सीबीआइ
Bihar Murder mystery एक जून 2012 को आरा में गोली मारकर रणवीर सेना प्रमुख बरमेश्वर मुखिया की हत्या कर दी की गई थी । नौ साल बाद भी सीबीआइ कातिलों तक नहीं पहुंच पाई। परिजनों ने आरोप लगाया है कातिल अब भी आजाद घूम रहे हैं।
आरा , जागरण संवाददाता। Bihar Murder mystery: एक जून, 2012 को रणवीर सेना के प्रमुख बरमेश्वर मुखिया की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। इस चर्चित हत्याकांड के करीब नौ साल हो चुके हैं। अभी तक मामला सीबीआइ की जांच में उलझा हुआ है। आठ साल बाद भी सीबीआइ किसी भी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है। स्वजनों का आरोप है कि मुखिया के कातिल सलाखों के पीछे होने के बजाए आजाद घूम रहे हैं।
सीबीआइ ने कातिलों का सुराग पाने के लिए तीन-तीन बार 10 लाख रुपये इनाम देने की घोषणा भी की। सात साल के अंदर लगातार छह बार इनाम के पोस्टर भी चस्पाए जा चुके हैं। लेकिन, उपलब्धि शून्य है। दस लाख रुपये के इनाम की राशि भी सीबीआइ को मुकाम तक नहीं पहुंचा सकी है।
जुलाई 2013 से कांड का अनुसंधान कर रही सीबीआइ
विदित हो कि पवना थाना क्षेत्र के खोपीरा गांव निवासी बरमेश्वर मुखिया की कतीरा, स्टेशन रोड में स्थित आवास के पास एक जून, 2012 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मुखिया के बेटे इंदुभूषण सिंह ने आरा के नवादा थाना में अज्ञात के विरुद्ध केस दर्ज कराई थी। कांड का पर्दाफाश करने के लिए एसआइटी का गठन किया गया था। पुलिस ने मुखिया की हत्या को स्कूल प्रबंधक से रंगदारी मांगे जाने एवं विरोध करने पर हत्या के लिए षड्यंत्र रचे जाने की बात बताकर आठ आरोपियों के विरुद्ध कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी। बाद में मामला सीबीआइ के सुपुर्द हो गया। सीबीआइ ने जुलाई 2013 से कांड का अनुसंधान शुरू किया था। आठ साल बीतने को है, अबतक इस संबंध में कोई परिणाम नहीं निकल सका है।