Bihar Lok Sabha Election Results: मुकेश सहनी की पतवार टूटी, मांझी की नाव डूबी
अपने पहले ही लोकसभा चुनाव में जीतनराम मांझी की हम और मुकेश सहनी की वीआइपी की नाव किनारे नहीं लग पाई। मुकेश सहनी की पतवार टूटी तो जीतनराम मांझी की नाव डूबी।
पटना, राज्य ब्यूरो। अपने पहले ही लोकसभा चुनाव में जीतनराम मांझी की हम और मुकेश सहनी की वीआइपी की नाव किनारे नहीं लग पाई। खुद को सन ऑफ मल्लाह बताने वाले मुकेश सहनी को महागठबंधन ने उनकी हैसियत से ज्यादा तीन सीटें दी थीं। वहीं हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को भी तीन सीटें दी गईं। मुकेश सहनी की पार्टी खगडिय़ा, मुजफ्फरपुर के साथ ही मधुबनी की सीट पर बुरी तरह से पराजित हो गई है। वहीं हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम पार्टी) गया व नालंदा के साथ ही औरंगाबाद में भी हार गई है। हालांकि पराजय की औपचारिक घोषणा बाकी है।
खगडिय़ा में लोक जनशक्ति पार्टी के उम्मीदवार चौधरी महबूब अली कैसर के मुकाबले सन ऑफ मल्लाह मुकेश सहनी खुद ही मैदान में उतरे। यहां की जनता ने उन्हें पूरी तरह से नकार दिया है। मधुबनी में वीआइपी उम्मीदवार बद्री पूर्वे भाजपा के अशोक कुमार यादव से हार गए हैं। इधर मुजफ्फरपुर में भी वीआइपी की स्थिति डांवाडोल हो गई। यहां से भाजपा के अजय निषाद ने वीआइपी के राजभूषण चौधरी का पराजित किया है।
वीआइपी जैसा ही हाल जीतनराम मांझी की पार्टी हम सेक्युलर का भी है। गया में खुद जीतनराम मांझी किस्मत आजमाने उतरे थे। उनका मुकाबला जदयू के विजय मांझी से था। जीतनराम मांझी यहां से अपने प्रतिद्वंद्वी विजय मांझी से हार गए हैं। मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र नालंदा में मांझी के प्रत्याशी अशोक कुमार आजाद का मुकाबला जदयू उम्मीदवार कौशलेंद्र कुमार से था। यहां भी मांझी के प्रत्याशी पिछड़ गए हैं। औरंगाबाद में मांझी ने जदयू से आयातित उपेंद्र प्रसाद को टिकट दिया था। उनका मुकाबला भाजपा के सुशील कुमार सिंह के साथ था। यहां भी मांझी के उम्मीदवार हार गए हैं। हालांकि हम और वीआइपी की सीटों की जीत-हार की औपचारिक घोषणा बाकी है।
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