सास ने दामाद को दी दर्दनाक मौत, बोली- वह अपनी आदत से था मजबूर, मार डाला
मुंगेर जिले में एक सास ने अपने आशिकमिजाज दामाद की पत्थर से कूचकर हत्या कर दी। उसने पुलिस को बताया कि उससे बेटी की परेशानी देखी नहीं जा रही थी इसीलिए मार डाला।
पटना, जेएनएन। एक मां से अपनी बेटी का दुख देखा नहीं जा रहा था। वह अपने आशिक मिजाज दामाद से परेशान थी। उसने मन ही मन एक खतरनाक योजना बनायी और घर बुलाकर उसे पत्थर से कूच-कूचकर मार डाला और उसकी लाश सड़क पर फेंक दी। सुबह पैट्रोलिंग के लिए निकली पुलिस की टीम ने शव को देखा और फिर शिनाख्त के बाद उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
शव की शिनाख्त में पता चला कि मृतक जमुई जिले के महाराजगंज निवासी मोहम्मद शहनवाज आलम था और उसकी शादी आठ साल पहले भागलपुर के इशाकचक स्थित बरहपुरा में रहने वाली बीवी शबनम की बेटी सना जमशेद से हुई थी। शहनवाज मुंगेर में अपनी सास और पत्नी के साथ रह रहा था।
दो दिन पहले शहनवाज की पत्नी मायके भागलपुर गई थी और सास मुंगेर में ही थी। गुरुवार की रात सो रहे शहनवाज की सास शबनम ने लोढ़ी से कूचकर हत्या की। फिर शव को घसीटकर दरवाजे के बाहर फेंक दिया। फिर उसने घर में पसरे खून को साफ किया और हत्या में प्रयोग किए गए पत्थर को भी फेंक दिया, जिसे शबनम की निशानदेही पर पुलिस ने मौके से बरामद किया है।
पुलिस ने बताया कि शबनम के ही घरवालों ने अज्ञात पर शहनवाज की हत्या का केस दर्ज करवाया था। लेकिन परिजनों की संदिग्ध गतिविधियां देख पुलिस ने शहनवाज की सास बीवी शबनम पर जब सख्ती की तो वह टूट गई और उसने हत्या की बात कबूल ली।
उसने बताया कि दामाद का कई महिलाओं से अवैध संबंध था, जिसके कारण उसकी बेटी काफी दिनों से परेशान थी। इसी से तंग आकर गुरुवार की रात 11 बजे सो रहे शहनवाज की लोढ़ी से कूच-कूचकर हत्या कर दी। पुलिस ने सास को गिरफ्तार कर लिया है। मृतक मुंगेर में ही कृषि विभाग में मृदा संरक्षण में जंजीरवाहक था।
पुलिस की पूछताछ में शबनम ने बताया कि चार दिन पहले ही बरहपुरा में एक जमीन की रजिस्ट्री के लिए सभी लोग गए थे। शहनवाज के साथ ही सास मुंगेर लौट गई थी। बेटी सना की अनुपस्थिति में उसने रात में सो रहे दामाद की हत्या कर दी।
मुंगेर की एसपी लिपि सिंह शव की शिनाख्त के बाद परिजनों ने अज्ञात पर हत्या का केस दर्ज करवाया। सास संदिग्ध थी। डॉग स्क्वॉड व एफएसएल और मोबाइल सीडीआर की मदद मिली। सास पर सख्ती की तो उसने हत्या कबूल ली।
- लिपि सिंह, एसपी, मुंगेर