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ताले में कैद हैं पटना के 25 करोड़ रुपये से बने मॉड्यूलर शौचालय

राजधानी के मॉड्यूलर शौचालय की पहचान बंद ताले से हो रही है। शहर दुर्गंध से बजबजा रहा है तो 25 करोड़ रुपये की लागत से बने ट्वायलेट देखने भर के लिए रह गए हैं।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Thu, 25 Apr 2019 09:52 AM (IST)Updated: Thu, 25 Apr 2019 09:52 AM (IST)
ताले में कैद हैं पटना के 25 करोड़ रुपये से बने मॉड्यूलर शौचालय
ताले में कैद हैं पटना के 25 करोड़ रुपये से बने मॉड्यूलर शौचालय

पटना, जेएनएन। राजधानी के विभिन्न इलाकों में स्थित निगम के मॉड्यूलर शौचालय पिछले 15 दिनों से ताले में कैद हैं। ऐसे में राजधानीवासियों को काफी फजीहत झेलनी पड़ रही है। लोग जहां-तहां मूत्र त्याग कर रहे हैं। इससे राजधानी में गंदगी फैल रही है। कोई सड़क के किनारे तो कोई फुटपाथ पर और तो और कुछ लोग बंद शौचालय के बाहर ही पेशाबखाना बना दिए हैं।

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सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक राजधानी में इन शौचालयों की साफ-सफाई करने वाली एजेंसी त्रिशला सिक्योरिटी और निगम के बीच किसी बात को लेकर मामला फंस गया है। लिहाजा एजेंसी ने सभी शौचालयों में ताला जड़ दिया है। खबर है कि निगम द्वारा एजेंसी को सुबह पांच बजे से आठ बजे और शाम को चार बजे से सात बजे तक शौचालयों की सफाई करने का निर्देश दिया गया था, लेकिन एजेंसी ने सुबह पांच बजे से सफाई करने से हाथ खड़ा कर दिया। इसी बात को लेकर निगम और एजेंसी के बीच मामला फंस गया है।

छह फरवरी को हुआ था उद्घाटन

गौरतलब है कि पटना नगर निगम द्वारा 60 जगहों पर 120 पब्लिक टॉयलेट का निर्माण कराया गया है। इनका उद्घाटन छह फरवरी को मेयर सीता साहू और निगमायुक्त अनुपम कुमार सुमन ने किया था। 25 करोड़ की लागत से राजधानी में 500 शौचालय और यूरिनल का निर्माण हो रहा है। टाटा कंपनी और एचडीएफसी बैंक द्वारा सीएसआर के तहत इनका निर्माण कराया जा रहा है। इसमें 20 करोड़ टाटा और पांच करोड़ एचडीएफसी द्वारा दिया गया है। इसके रखरखाव की जिम्मेदारी टाटा के  पास है, जबकि सभी शौचालयों के लिए जमीन, पानी  और उसमें टाइल्स निगम द्वारा लगाई गई है।

एक पखवारे में ही पटरी से उतरी व्यवस्था

शौचालय के उद्घाटन के कुछ दिनों तक सबकुछ ठीक चला। लेकिन एक पखवारे के बाद ही राजधानी के विभिन्न इलाकों में स्थित मॉड्यूलर शौचालयों की स्थिति सफाई को लेकर गड़बड़ होने लगी। कहीं नल गायब है तो कहीं पानी नहीं है। सबसे ज्यादा जरूरी चीज सफाई भी ठीक तरह से नहीं होती।

यहां हैं शौचालय और यूरिनल

मगध महिला कॉलेज, इको पार्क गेट दो, गार्डिनर रोड अस्पताल, पटना जू गेट दो, बांस घाट, पाटलिपुत्र गोलंबर, पाटलिपुत्र बीओआइ ब्रांच के पास, नाला पर, दीघा सेंट माइकल स्कूल के सामने, वीमेंस आइटीआइ के सामने, पटना हाईकोर्ट के अंबेडकर पार्क, कर्मचारी चयन आयोग एयरपोर्ट के पास, सिंचाई भवन के सामने, इनकम टैक्स राजस्व भवन के सामने, इंडरमीडिएट काउंसिल के सामने, तारामंडल गेट दो के पास, बिस्कोमान गोलंबर, एनआइटी मोड़, एयरपोर्ट रोड एलजेपी कार्यालय के पास, आयकर गोलंबर सुधा बूथ के पास, पेसू कार्यालय के पास, चुनाव आयोग के सामने, सचिवालय थाने के पास, पटना जीपीओ के पास, बीएन कॉलेज के पास, पटना सिविल कोर्ट के निकट, पटना डेंटल कॉलेज के पास, गांधी घाट

इसी तरह मौर्यलोक परिसर पंप हाउस के पास, गेट नंबर दो, केंद्रीय विद्यालय एयरपोर्ट रोड, बीआइटी मेसरा पुलिस लाइन के पास, बाजार समिति पिलर नंबर 91, कृष्णा घाट मोड़, पटना कॉलेज, पटना साइंस कॉलेज, गांधी मैदान बाकरगंज क्रॉसिंग के पास, गांधी मैदान आरबीआइ के पास, गांधी मैदान मोना के सामने, गांधी मैदान एसकेएम के बगल में, महेंद्रू घाट रेलवे कार्यालय के पास, गर्दनीबाग कच्ची तालाब, गर्दनीबाग कच्ची तालाब सूर्य मंदिर के पास, पटना सिटी पावर ग्रिड के पास, कुम्हरार गुमटी के निकट, धनुकी मोड़, पटना सिटी मंगल तालाब, पटना सिटी चौक, ग्रांट रोड पुलिस चौकी और पटना जू गेट नंबर एक। इसके अलावा भी 20 और जगहों पर शौचालय का निर्माण कार्य शुरू है।


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