हैवानियत की हद: पहले महिला को पीटकर बनाए जख्म, फिर डाला मिर्च, बेटी को जिंदा जलाने की कोशिश
बिहार के पूर्णिया में पंचायत की हैवानियत जानकर आपकी रूह कांप जाएगी। पंचायक के आदेश पर महिला को बुरी तरह पीटकर जख्मी किश फिर जखमों पर मिर्च पाउडर डाल तड़पता छोड़ दिया।
पूर्णिया [जेएनएन]। शादीशुदा युवती अपने प्रेमी संग भाग गई। उसे भगाने का आरोप गांव की एक महिला पर लगा। फिर गांव में पंचायत बैठी, जिसके तुगलकी फरमान पर पहले तो उसे सरेआम पीटा गया, फिर पिटाई से शरीर पर पड़े जख्मों पर मिर्च पाउडर छिड़का गया। जब उसकी बेटी बचाने पहुंची तो उसके ऊपर भी केरोसिन छिड़ककर जिंदा जलाने का प्रयास किया गया। रूह कंपा देने वाली यह क्षटना बिहार के पूर्णिया जिले के धमदाहा प्रखंड अंतर्गत पारसमणि पंचायत के वार्ड छह में हुई।
खास बात यह है कि पुलिस हैवानियत की हदें पार करते इस मामले को रफा-दफा करने में जुट गई है। युवती ने थाने में आवेदन देकर इसकी शिकायत की है, लेकिन पुलिस मामले को सिरे से खारिज कर रही है। दूसरी ओर पंचायत के सरपंच के पति ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया है कि पुलिस गांव में इस मामले की जांच करने भी गई थी।
देवर संग भागी युवती, महिला पर लगा भगाने का आरोप
मिली जानकारी के अनुसार पूर्णिया के पारसमणि पंचायत के एक युवक की पत्नी अपने देवर के साथ कहीं भाग गई थी। उसके लौटने पर गांव में पंचायत बैठाई गई थी। पड़ोस में रहने के कारण पीडि़त महिला पर यह आरोप लगाया गया कि भागने वाली युवती और पुरुष के बारे में उसे जानकारी थी। जबकि, पीडि़त महिला इस संबंध में कोई जानकारी होने से इनकार करती रही।
पंचायत ने जारी किा तुगलकी फरमान
लेकिन पंचायत ने महिला की बात नहीं मानी। पंचों ने तुगलकी फरमान जारी कर पीडि़त महिला को पीटने का आदेश जारी किया। फिर क्या था, देखते-देखते दरिंदे जुट गए। इसके बाद पिटाई के शरीर पर बने जख्मों पर मिर्च पाउडर पानी में घोलकर डालने का फरमान जारी किया गया।
बचाने पहुंची बेटी को जिंदा जलाने की कोशिश
महिला दर्द से छटपटती रही, लेकिन गांव के लोग पंचायत के दबंगों के डर से मूक-दर्शक बने रहे। इस बीच अपनी मां को बचाने पहुंची बेटी पर भी पंचों का गुस्सा फूटा। पंचायत के कहने पर लोगों ने उसे शरीर पर केरोसिन डालकर जिंदा जलाने का प्रयास किया।
महिला ने थाने में दिया एफआइआर का आवेदन
घटना से बुरी तरह डरी महिला चार दिनों तक चुप बैठी रही। फिर कुछ लोगों के हिम्मत देने पर उसने घटना की जानकारी सरसी थाना को दे दी है। एफआइआर के अपने लिखित आवेदन में उनसे पंचायत करने वाले कई लोगों को आरोपित किया है।
पुलिस ने कहा: घटना हुई ही नहीं
घटना का एक और दुखद पहलू यह है कि पुलिस इस मामले को अफवाह करार दे रही है। सरसी थानाध्यक्ष मनीष कुमार झा ने बताया इस तरह की कोई घटना हुई ही नहीं है।
लोग बोले: सही है मामला
जबकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि घटना के बाद पीडि़त महिला न्याय के लिए लगातार थाने का चक्कर काट रही है। पारसमणि पंचायत के सरपंच के पति जावेद मंसूरी ने भी मामले को सही बताया है। उन्होंने यह भी बताया कि मंगलवार को सरसी पुलिस जांच के लिए गांव भी आई थी।