बिहार में फिर हुआ कन्हैया के काफिले पर हमला, पुलिस के सामने जूते-चप्पल फेंके गए
बिहार में जनसभा के बाद सुपौल से भागलपुर लौट रहे वामदल के नेता कन्हैया कुमार के काफिले पर फिर भीड़ ने हमला किया और काफिले पर जूतेृ-चप्पल फेंके गए। पुलिस ने तत्परता बरती।
कटिहार, जेएनएन। जिले के राजेंद्र स्टेडियम में जनसभा को संबोधित करने के बाद भागलपुर जा रहे कन्हैया कुमार के काफिले पर जूते-चप्पल फेंके गए और कन्हैया गो बैक के नारे लगाए गए। जानकारी के मुताबिक जेएनयू (JNU) छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और वामदल के नेता कन्हैया कुमार ( Kanhaiya Kumar) के काफिले पर बिहार में फिर से हमला हुआ है। इससे पहले सुपौल में भी कन्हैया के काफिले पर हमला किया गया था जिसमें उनके घायल होने की खबर सामने आयी थी।
कहा जा रहा है कि कटिहार से भागलपुर जा रहे कन्हैया के काफिले पर शहीद चौक के पास लोगों ने विरोध में पहले पोस्टर दिखाया और फिर जमकर नारेबाजी की। पुलिस की घेराबंदी के बावजूद कन्हैया के काफिले पर भीड़ में शामिल लोगों ने जूता चप्पल फेंके। हालांकि कन्हैया के काफिले के साथ चल रहे प्रशासन की टीम ने मामले में तत्परता दिखाते हुए गाड़ियों के काफिले को आगे बढ़ा दिया।
मालूम हो कि एनआरसी और सीए के खिलाफ कन्हैया पूरे बिहार के कई जिलों में जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं। इसी क्रम में आज प्रदर्शन के लिए कन्हैया कटिहार के राजेंद्र स्टेडियम पहुंचे थे जहां उन्होंने जनसभा की और सीएए और एनआरसी को लेकर केंद्र सरकार की खिलाफत की।
सुपौल में भी कन्हैया पर हुआ था हमला, ड्राइवर का फटा था सिर
बता दें कि बिहार में हाल के दिनों में कन्हैया कुमार या फिर उनके काफिले पर हमला करने की कई वारदातें सामने आयी हैं। इससे पहले सुपौल जिले में भी जनसभा के बाद जा रहे कन्हैया के काफिले पर ईंट-पत्थरों से हमला किया था। इस हमले में कन्हैया की गाड़ी के ड्राइवर का सिर फट गया था और उसके साथ ही कन्हैया कुमार भी हमले में घायल हो गए थे। इस हमले में कन्हैया के काफिले की गाड़ी के शीशे भी टूट गए थे।
सिवान में भी काफिले पर हुआ था हमला, बाल-बाल बचे थे कन्हैया
सुपौल से पहले सिवान जिले में एक आम सभा को संबोधित करने पहुंचे कन्हैया कुमार पर भीड़ ने हमला कर दिया था। जिले के कोपा पुलिस लाइन में आयोजित सभा को संबोधित करने के पहले ही कन्हैया के काफिले पर हमला किया गया था, जिसमें कई लोग घायल हो गए थे। इस हमले में कन्हैया बाल-बाल बच गए थे।