मंत्री संजय झा ने किया गंगा घाटों का निरीक्षण, कहा- अधिकारी 2016 की तरह रहे तैयार
जल संसाधन मंत्री ने आला अफसरों व अभियंताओं की टीम के साथ पटना में गंगा घाटों का निरीक्षण किया। साथ ही कई आवश्यक निर्देश दिए। उनहाेंने कहा कि अफसर 2016 की तरह तैयार रहें।
पटना [राज्य ब्यूरो]। जल संसाधन मंत्री संजय झा ने शुक्रवार को पटना में गंगा के बढ़े जल स्तर का विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह व वरिष्ठ इंजीनियरों की टीम के साथ निरीक्षण किया। इस क्रम में उन्होंने यह निर्देश दिया कि बाढ़ से बचाव की तैयारी 2016 में पटना के बढ़े जल स्तर को केंद्र में रख कर की जाए। उन्होंने निरीक्षण के बाद एक समीक्षा बैठक भी की।
जल संसाधन मंत्री ने कहा कि गंगा के बढ़ रहे जल स्तर को ले क्षेत्रीय अभियंताओं को चौकस रहने की जरूरत है। बाढ़ से बचाव को ले सामग्रियों को वैसे स्थलों पर अतिरिक्त रूप से भंडारण कर लिया जाए जो अपेक्षाकृत अधिक संवेदनशील हैैं।
उन्होंने कहा कि वैसे पटना में दीघा और गांधी घाट के जलस्तर में कमी दर्ज हो रही है, फिर भी तैयारी पूरी रहनी चाहिए। तीन वर्ष पूर्व 2016 में पटना के गांधी घाट में उच्च जल स्तर 50.52 मी. रिकाॅर्ड किया गया था। इसे ही केंद्र में रख तैयारी रखें। किसी तरह की शिथिलता नहीं बरती जाए।
निरीक्षण के क्रम में जल संसाधन विभाग के तकनीकी परामर्शी इन्दुभूषण कुमार, अभियन्ता प्रमुख राजेश कुमार, मुख्य अभियन्ता, पटना, हरिनारायण, अधीक्षण अभियन्ता, बाढ़ नियंत्रण योजना एवं मॉनीटरिंग दिनेश प्रसाद भी जल संसाधन मंत्री के साथ थे। जल संसाधन मंत्री निरीक्षण के दौरान दानापुर कैंटोनमेन्ट के पास देवनाला स्लूईस, दीघा लॉक, कुर्जीघाट मंदिर, बिहार विद्यापीठ के सामने स्थित पटना शहर सुरक्षा दीवार, कृष्णाघाट एवं गांधीघाट गए।
ये है जलस्तर की स्थिति
जल संसाधन विभाग से मिली आधिकारिक जानकारी के अनुसार इलाहाबाद, वाराणसी, बक्सर, दीघा एवं गांधीघाट में गंगा के जलस्तर में कमी की प्रवृत्ति है। वहीं हाथीदह में जलस्तर स्थिर है। पिछले चौबीस घंटे में गंगा के जलस्तर में इलाहाबाद में 75 से.मी., वाराणसी में 58 से.मी., दीघा में 0 से.मी. एवं गांधीघाट में 2 से.मी. की कमी दर्ज हुई है। हाथीदह में 18 से.मी., मुंगेर में 25 से.मी., भागलपुर में 24 से.मी. एवं कहलगांव में 12 से.मी. की वृद्धि रिकार्ड की गई है। शुक्रवार को अपराह्न दो बजे गंगा का जलस्तर बक्सर में 72 से.मी., दीघा में 38 से.मी., मुंगेर में 98 से.मी., भागलपुर में 58 से.मी एवं कहलगांव में 25 से.मी. खतरे के जलस्तर से नीचे था। वहीं पटना के गांधीघाट एवं हाथीदह में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से क्रमश: 23 से.मी. एवं 19 से.मी. उपर है।