CM नीतीश कुमार से मिले माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स
दुनिया के सर्वाधिक धनवान व्यक्तियों में शुमार रहे बिल गेट्स ने शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भेंट की। बिल गेट्स का यह दौरा बिल एंड मिलिंडा गेट्स फांउडेशन के सह अध्यक्ष एवं ट्रस्टी के रूप में था।
पटना। दुनिया के सर्वाधिक धनवान व्यक्तियों में शुमार रहे बिल गेट्स ने शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भेंट की। बिल गेट्स का यह दौरा बिल एंड मिलिंडा गेट्स फांउडेशन के सह अध्यक्ष एवं ट्रस्टी के रूप में था। विगत पांच वर्षो से बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन बिहार में काम कर रहा है। इसके पूर्व भी वह कई बिहार आ चुके हैं।
इन दिनों वह तीन दिवसीय भारत दौरे पर हैं। मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान बिल गेट्स ने कहा कि बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन बिहार में स्वास्थ्य व पोषण के लक्ष्य में अपने समर्थन के संकल्प के प्रति प्रतिबद्ध है। इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य व पोषण के क्षेत्र में चल रहे कार्यों को आगे बढ़ाये जाने के तरीकों पर विस्तार से चर्चा की।
अगले पांच वर्षों तक काम करते रहेंगे
बिल गेट्स ने कहा कि यह देखकर उन्हें बहुत खुशी हो रही है कि बिहार में माताओं व नवजात शिशुओं के पोषण व स्वास्थ्य की स्थिति में काफी सुधार हुआ है। राज्य सरकार के साथ मिलकर फाउंडेशन 2010 से काम कर रहा है।
हम अगले पांच वर्षों तक मातृ, नवजात व शिशु स्वास्थ्य, पोषण, परिवार नियोजन, टीकाकरण, संक्रामक रोग प्रबंधन, कालाजार उन्मूलन, कृषि, स्वच्छता और वित्तीय समावेषण से जुड़े मुद्दों पर काम करेंगे। उन्होंने पांचवीं बार मुख्यमंत्री बनने पर नीतीश कुमार को बधाई दी।
मिलकर करते रहेंगे काम
मुख्यमंत्री ने बिल गेट्स के साथ अपनी मुलाकात में कहा कि हमें अपनी स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने की प्रणाली को और मजबूत करना होगा, ताकि हाशिए पर रह गए समुदाय को भी व्यापक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, पोषण एवं विकास के लक्ष्य हासिल करने को ले हम बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन के साथ मिलकर काम करते रहेंगे। स्वास्थ्य एवं पोषण विकास का प्रमुख सूचकांक है। राज्य सरकार इस दिशा में प्रतिबद्ध है।
तकनीकी सहयोग करे फाउंडेशन
मुख्यमंत्री ने कहा कि नवजात शिशुओं की मृत्यु को कम करने की दिशा में उनकी सरकार पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत उच्च गुणवत्ता वाले निजी संस्थानों से जुड़कर काम करने के सुझाव के मामले में खुला विचार रखती है। इस बाबत फाउंडेशन उन्हें तकनीकी सहयोग करे। वह चाहते हैं कि पब्लिक हेल्थ सिस्टम में संरचनात्मक बदलाव हो।
स्वास्थ्य विभाग इस बाबत एक टीम का गठन करेगा जो विभिन्न राज्यों में चल रही व्यवस्था को देखेगा। इस बारे में भी फाउंडेशन हमें तकनीकी मदद करे। उन्होंने कहा कि बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को फाउंडेशन द्वारा सहायता प्रदत्त तकनीकी सहायता यूनिट में पदस्थापित किया जा सकता है।
इस क्रम में यह तय हुआ कि ऐसे अधिकारियों को विभाग में लंबी अवधि तक रखा जाए। राज्य स्तरीय टीएसयू की भांति जिला एवं प्रखंड स्तरीय अधिकारियों को तकनीकी सहायता के लिए टीएसयू मॉडल बनाया जाएगा। यह भी तय किया गया कि विभागों के लिए विश्वस्तरीय विशेषज्ञों की सेवा फाउंडेशन द्वारा ली जाए।
भुगतान साल्यूशंस में भी मदद करें
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर अपने सात निश्चय के बारे में भी बिल गेट्स को बताया। कहा कि स्वास्थ्य सेक्टर हमेशा से उनकी प्राथमिकता में रहा है। उन्होंने बिल गेट्स से अनुरोध किया कि भुगतान प्रणाली के साल्यूशंस पर वह विचार करें, ताकि आम जनता को सीधे राशि स्थानांतरित हो सके।
मुलाकात के दौरान मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आर के महाजन, समाज कल्याण सचिव एसएम राजू व कई अन्य आला अधिकारी मौजूद थे।