Merry Christmas 2019: कैरोल गायन के साथ घंटियों की खनक से गूंजी राजधानी, हर ओर जश्न
क्रिसमस की धूम पूरे शहर में देखने को मिली। ठंड होने के बावजूद पटना के विभिन्न गिरजा घर में लोग त्योहार एक दूसरे को प्रमु ईसाह मसीह के जन्म की शुभकामनाएं दीं।
पटना, जेएनएन। क्रिसमस के दिन रजाधानी में हर ओर जश्न का माहौल रहा। बड़े दिन के अवसर पर पटना के चर्च भी रोशनी से जगमगाए। मंगलवार की रात को घड़ी में जैसे ही 12 बजे, घंटा बज उठा। प्रतीक स्वरूप प्रभु यीशु अवतरित हो गए। सबने मोमबत्ती जला कर प्रार्थना की। एक-दूसरे को मेरी क्रिसमस कहा। प्रभु जीसस के जन्मोत्सव को भव्य बनाने के लिए चर्चों में विशेष प्रकार की झांकियां सजाई गईं। साथ ही घरों और चर्चों को आकर्षक बनाने के लिए सजावटी लाइटों का भी खूब इस्तेमाल किया गया।
सबने मनाया जश्न
त्रिपोलिया अस्पताल तथा अन्य ईसाई घरों को भी सजाया गया था। पादरी की हवेली स्थित कैथोलिक चर्च में साढ़े रात 11 बजे मिस्सा बलिदान की पूजा शुरू हुई। रात के 12 बजे फादर सुरेश खाखा ने बाल स्वरूप प्रभु यीशु को गोशाला से उठाकर चर्च में लाए। भक्ति और खुशियों के बीच प्रभु का अवतरण पर्व मनाया गया। प्रभु के संदेश को फादर ने पढ़ा। घंटे की आवाज गूंजी। आतिशबाजी होने लगी।
कुर्जी चर्च में पहुंचे पांच हजार से अधिक श्रद्धालु
कुर्जी चर्च में पांच हजार से अधिक ईसाई श्रद्धालुओं ने भाग लिया। यहां पर शहर के कोने-कोने से आए श्रद्धालु शामिल होकर प्रार्थना की। यहां पर भीड़ इतनी ज्यादा हो गई कि काफी संख्या में लोग चर्च के बाहर भी खड़े थे। क्रिसमस को लेकर चर्च को काफी सुंदर तरीके से सजाया गया था। कुर्जी मुख्य चर्च के अलावा नोटेडेम एकेडमी चर्च में भी क्रिसमस की प्रार्थना की गई। इसके अलावा न्यू पाटिलपुत्र कॉलोनी, चकारम, बिशप हाउस एवं एक्सटीटीआइ चर्च में भी क्रिसमस की पूजा-अर्चना की गई। संत जेवियर स्कूल में भी खूब सजावट की गई थी।
रोशनी से नहाया चर्च
क्रिसमस को लेकर पटना सिटी स्थित पादरी की हवेली, अशोक राजपथ और दीघा-कुर्जी के पास कैथोलिक चर्च के साथ दानापुर चर्च को विभिन्न प्रकार की झालरों और रंगीन बल्बों की रोशनी से सजाया गया। मंगलवार की रात 12 बजते ही चर्च परिसर में घंटों की आवाज सुनाई पड़ने लगी।
कैथोलिक चर्च के मुख्य द्वार पर गोशाला का निर्माण
अशोक राजपथ स्थित रोमन कैथोलिक चर्च क्रिसमस पर पूरी तरह से सजा रहा। चर्च के मुख्य द्वार पर प्रवेश करते ही सुंदर सा गोशाला का निर्माण किया गया था। बांस की बनी गोशाला में भगवान यीशु के जन्म पर लोगों ने आनंदोत्सव मनाया। चर्च में कैरोल गायन होगा वहीं रात में मिस्सा पूजा हुई। कैथोलिक चर्च के फादर प्रेम प्रकाश ने कहा कि बुधवार की सुबह क्रिसमस के दिन चर्च परिसर में पहली मिस्सा पूजा हुई। प्रभु यीशु के पास लोगों ने क्षमा याचना की। मिस्सा पूजा होने के बाद लोगों के लिए चर्च का प्रवेश द्वार खोल दिया गया है।