कल के बाइकर्स गैंग, बन गए आज के गैंगस्टर्स, दे रहे संगीन वारदातों को अंजाम
कल के बाइकर्स गैंग, आज के गैंगस्टर्स बन गए हैं। अपहरण से हत्या और फिरौती तक के वारदात को अंजाम दे रहे हैं। राह चलते लोगों का अपहरण कर रहे हैं।
पटना [जेएनएन]। सड़कों पर बाइक रेस लड़ाने वाले कल के बाइकर्स गैंग अब गैंगस्टर्स बन गए है। मारपीट और छेड़खानी करने वाला यह गैंग हथियार के साथ फिरौती के लिए अपहरण से लेकर हत्या की सुपारी जैसे संगीन वारदात को अंजाम दे रहे है। गैंग की संख्या बढ़ती जा रही है, जो पैसा नहीं अपनी पहचान के लिए चंद रुपए के लिए किसी ही हत्या की सुपारी ले रहे है। हाल के दिनों में कई हत्याकांड में पुलिस ने पुराने गैंग के साथ ही नए गैंग का खुलासा किया। इसमें अधिकांश मामलों में बाइकर्स गैंग के बदमाशों का नाम उजागर हुआ।
राह चलते किया अपहरण, मांगी गई थी फिरौती
रविवार को बाईकर्स गैंग के चार बदमाशों ने बाईपास थाना क्षेत्र के बेगमपुर निवासी प्रियांशु कुमार की बाइक में धक्का मारकर गिरा दिया। फिर पिस्टल के बल पर प्रियांशु का अपहरण कर लिया। चारों बाइकर्स उसके पिता को फोन पर 50 हजार रुपए की फिरौती मांगी थी। हालांकि पुलिस ने पांच घंटे के भीतर अपहृत युवक को बरामद कर लिया और चारों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि इसके पूर्व चारों बदमाश लूटपाट और चेन स्नेचिंग करते थे।
बाइकर्स गैंग ने ली थी पांच लाख में हत्या की सुपारी
पिछले वर्ष दस अगस्त को दिनदहाड़े दानापुर में वार्ड पार्षद केदार राय की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने छह नवंबर को हत्याकांड का खुलासा करते हुए तीन बदमाशो को गिरफ्तार कर लिया। इसमें बाइकर्स गैंग का नाम सामने आया। बदमाशों ने केदार राय की हत्या के लिए पांच लाख की सुपारी ली थी।
एसएसपी मनु महाराज की मानें तो कई हत्याकांड में कम उम्र के लड़कों की संलिप्तता उजागर हुई। उनकी की गिरफ्तारी भी हुई। जो बाइकर्स गैंग के थे। इसी तरफ बख्तियारपुर में मिंटू हत्याकांड, मालसलामी में निरंजन हत्याकांड, दीघा में रामबच्चन हत्याकांड सहित आधा दर्जन से अधिक ऐसे मामलों का पुलिस ने खुलासा किया, जिसमें उसी इलाके में बदमाश सुपारी किलर निकले। दानापुर, बेउर, बख्तियापुर सहित आधा दर्जन थाना क्षेत्र में पिछले एक साल में दर्जन भर हुई हत्या में बाइकर्स गैंग का नाम सामने आया।
बाप मांगता है रंगदारी, बेटा करता है फायरिंग
बात करते है राजधानी के बिहटा और बख्यिारपुर की, जहां मनोज सिंह, मानिक गैंग, पवन और अमित गिरोह का गिरोह सक्रिय है। बदमाश मनोज सिंह रंगदारी मांगता था और बेटा मानिक फायङ्क्षरग करता है। हालांकि पवन और अमित गिरफ्तार कर जेल भेज दिए गए, लेकिन बाप-बेटा को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। मानिक के गैंग में बाइकर्स गैंग के लड़के शामिल है। पूर्व में शास्त्रीनगर में दानिश हत्याकांड में भी बाइकर्स गैंग के आधा दर्जन से अधिक बदमाशों को पुलिस जेल भेज चुकी है।
जिले में सुपारी किलिंग के मामले
अगस्त 2017: दानापुर में केदार राय हत्याकांड में पांच लाख की सुपारी
अगस्त 2017: बेउर में राजीव कुमार हत्याकांड में पांच लाख की सुपारी
सितंबर 2017: मिथिला कॉलोनी में रामचंद्र झा हत्याकांड में सुपारी की बात
दिसंबर 2017: बिहटा में निर्भय सिंह हत्याकांड में दो लाख की सुपारी
जनवरी 2017: पीरबहोर में दवा व्यवसायी हत्याकांड में छह लाख की सुपारी
जनवरी 2018: नौबतपुर में अजय सिंह हत्याकांड में एक लाख की सुपारी
मार्च 2018: दीघा में रामबच्चन राय हत्याकांड में 90 हजार रुपए की सुपारी
अप्रैल 2018 बख्तियारपुर में मां ने बेटे की हत्या की दी थी 40 हजार की सुपारी
कुछ माह में हुई हत्या में सुपारी किलर के इस्तेमाल की बात से इंकार नहीं किया जा सकता। कई कांड का खुलासा हो चुका है और गिरफ्तारियां भी हुई है। अधिकांश मामलों में सुपारी किलर बाइकर्स गैंग के बदमाश निकले।
मनु महाराज, एसएसपी, पटना