डिप्टी मेयर के लिए इस सप्ताह पार्षदों की होगी बैठक, एेड़ी-चोटी का लगेगा दम Patna News
पटना नगर निगम में डिप्टी मेयर की कुर्सी के लिए एक बार फिर रस्सा-कशी होगी। अविश्वास प्रस्ताव के बाद इस पद के लिए जंग देखने लायक होगी।
By Edited By: Published: Fri, 12 Jul 2019 01:58 AM (IST)Updated: Fri, 12 Jul 2019 09:24 AM (IST)
पटना, जेएनएन। पटना नगर निगम में डिप्टी मेयर की कुर्सी पर कौन काबिज होगा इसके लिए मेयर गुट के पार्षदों की बैठक इसी सप्ताह होगी। बैठक में डिप्टी मेयर पद के लिए एक पार्षद के नाम पर सहमति बनाने की कोशिश की जाएगी। मेयर गुट के ही एक पार्षद ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि मेयर गुट में कई ऐसे पार्षद हैं जो इस कुर्सी के लिए एड़ी चोटी एक किए हुए हैं।
कोई इसके लिए मुखर है तो कोई अंदर ही अंदर चाल चल रहा है। ऐसे में किसी एक नाम की घोषणा होते ही कई पार्षद विरोध में जा सकते हैं और विरोधी गुट निवर्तमान डिप्टी मेयर विनय पप्पू से हाथ मिला सकते हैं। वैसे सूत्रों की मानें तो फिलहाल डिप्टी मेयर की कुर्सी के लिए दो पार्षदों के बीच कड़ा मुकाबला है। इनमें वार्ड 40 के असफर अहमद और वार्ड 22बी की सुचित्रा सिंह। डिप्टी मेयर के लिए अपनी दावेदारी मजबूत करने के लिए असफर निगम के पार्षदों से लगातार संपर्क कर बैठक कर रहे हैं। वहीं भाजपा और जदयू के कई नेताओं से मिलकर अपना मंसूबा साफ कर चुके हैं।
इसमें नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा के अलावा भी कई दूसरे मंत्री, विधायक और दोनों पार्टी संगठन से जुड़े लोगों को अपनी भावना और इच्छा से अवगत करा चुके हैं। क्योंकि भाजपा का दबाव है कि इस कुर्सी पर पार्टी से संबंध रखने वाले या पार्टी लाइन पर चलने वालों को ही बैठाया जाए। क्योंकि इस बार जीत कर आए अधिकांश पार्षद इसी पार्टी से ताल्लुक रखने वाले हैं। वहीं दूसरी ओर सुचित्रा सिंह के पति नीलेश सिंह उर्फ नीलेश मुखिया भी अपनी पत्नी को इस कुर्सी पर देखना चाहते हैं।
इसके लिए वे भी पार्षदों के साथ बैठक कर अपने पक्ष में गोलबंद कर रहे हैं। सूत्रों की मानें तो दो दर्जन से अधिक पार्षद उनकी इस मुहिम में उनके साथ खड़े हैं। बाकी जीत के लिए 38 पार्षदों का जादुई आंकड़ा पाने के लिए जी तोड़ प्रयास और मेहनत कर रहे हैं। जबकि आधा दर्जन और भी पार्षद हैं जो डिप्टी मेयर बनने के लिए लाइन में हैं। वैसे सभी पार्षदों की निगाहें होने वाली बैठक पर टिकी हुई है। इसके बाद निगम की राजनीति में और हलचल मचने की उम्मीद है।
कोई इसके लिए मुखर है तो कोई अंदर ही अंदर चाल चल रहा है। ऐसे में किसी एक नाम की घोषणा होते ही कई पार्षद विरोध में जा सकते हैं और विरोधी गुट निवर्तमान डिप्टी मेयर विनय पप्पू से हाथ मिला सकते हैं। वैसे सूत्रों की मानें तो फिलहाल डिप्टी मेयर की कुर्सी के लिए दो पार्षदों के बीच कड़ा मुकाबला है। इनमें वार्ड 40 के असफर अहमद और वार्ड 22बी की सुचित्रा सिंह। डिप्टी मेयर के लिए अपनी दावेदारी मजबूत करने के लिए असफर निगम के पार्षदों से लगातार संपर्क कर बैठक कर रहे हैं। वहीं भाजपा और जदयू के कई नेताओं से मिलकर अपना मंसूबा साफ कर चुके हैं।
इसमें नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा के अलावा भी कई दूसरे मंत्री, विधायक और दोनों पार्टी संगठन से जुड़े लोगों को अपनी भावना और इच्छा से अवगत करा चुके हैं। क्योंकि भाजपा का दबाव है कि इस कुर्सी पर पार्टी से संबंध रखने वाले या पार्टी लाइन पर चलने वालों को ही बैठाया जाए। क्योंकि इस बार जीत कर आए अधिकांश पार्षद इसी पार्टी से ताल्लुक रखने वाले हैं। वहीं दूसरी ओर सुचित्रा सिंह के पति नीलेश सिंह उर्फ नीलेश मुखिया भी अपनी पत्नी को इस कुर्सी पर देखना चाहते हैं।
इसके लिए वे भी पार्षदों के साथ बैठक कर अपने पक्ष में गोलबंद कर रहे हैं। सूत्रों की मानें तो दो दर्जन से अधिक पार्षद उनकी इस मुहिम में उनके साथ खड़े हैं। बाकी जीत के लिए 38 पार्षदों का जादुई आंकड़ा पाने के लिए जी तोड़ प्रयास और मेहनत कर रहे हैं। जबकि आधा दर्जन और भी पार्षद हैं जो डिप्टी मेयर बनने के लिए लाइन में हैं। वैसे सभी पार्षदों की निगाहें होने वाली बैठक पर टिकी हुई है। इसके बाद निगम की राजनीति में और हलचल मचने की उम्मीद है।
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