पटना-मुजफ्फरपुर में पीएम पर हो सकता है आत्मघाती हमला
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बिहार यात्रा के दौरान पटना अथवा मुजफ्फरपुर में बड़े आत्मघाती हमले की आशंका व्यक्त की है। अलर्ट में कहा गया है कि प्रधानमंत्री को निशाना बनाने के लिए पांच आतंकियों का एक दस्ता देश के अंदर प्रवेश कर चुका है।
पटना। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बिहार यात्रा के दौरान पटना अथवा मुजफ्फरपुर में बड़े आत्मघाती हमले की आशंका व्यक्त की है।
आइबी द्वारा जारी अलर्ट में कहा गया है कि प्रधानमंत्री को पटना या मुजफ्फरपुर में निशाना बनाने के लिए पांच आतंकियों का एक दस्ता देश के अंदर प्रवेश कर चुका है। आतंकियों का यह दस्ता पटना या मुजफ्फरपुर में प्रधानमंत्री को निशाना बना सकता है।
दरअसल, वर्ष 1991 में हुए मुबंई हमले को लेकर सर्वोच्च न्यायालय द्वारा याकूब मेमन को फांसी पर लटकाए जाने की सजा के एलान से देश-विदेश के आतंकी संगठनों में खलबली मची हुई है।
प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर जिन पांच आतंकियों पर खुफिया एजेंसियों ने शक जाहिर की है, वे सभी आतंकी आइएम और सिमी से जुड़े हैं। इनमें महिला आतंकियों के भी शामिल होने की बात कही गई है।
आइबी ने यह भी आशंका जाहिर की है कि ये पांचों आतंकी नेपाल या बांग्लादेश के रास्ते बिहार में प्रवेश कर सकते हैं। इस आशंका को लेकर आइबी की सलाह पर बिहार-नेपाल की सीमा की चौकसी बढ़ा दी गई है।
आइबी ने अपने अलर्ट में कहा है कि प्रधानमंत्री के सभा स्थल पर किसी भी व्यक्ति को प्रवेश की इजाजत नहीं दी जाए, क्योंकि हमलावर मजदूर, कैटरर, बिजली मिस्त्री या किसी अन्य रूप में मौजूद हो सकते हैं। यह कोई पहला मौका नहीं है जब प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर आइबी ने इस तरह का अलर्ट जारी किया है।
वर्ष 2013 में हुंकार रैली के दौरान भी गांधी मैदान में नरेंद्र मोदी की सभा को लेकर आइबी ने अलर्ट जारी किया था, बावजूद सिमी के आतंकियों ने पटना रेलवे स्टेशन और गांधी मैदान के आसपास करीब नौ श्रृंखलाबद्ध बम विस्फोट कर कुल छह लोगों की जान ले ली थी और 80 से अधिक लोगों को बुरी तरह जख्मी कर दिया था।
आइबी के सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर इस अलर्ट से एसपीजी के अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। संभव है कि इस अलर्ट के बाद प्रधानमंत्री के पटना और मुजफ्फरपुर के कार्यक्रम में कुछ तब्दीली भी की जाए। प्रधानमंत्री पटना और मुजफ्फरपुर में जिस मंच से लोगों को संबोधित करेंगे, उस मंच के 60 मीटर के दायरे में कोई भी मोबाइल फोन काम नहीं करेगा, क्योंकि उनकी सुरक्षा कारकेड में तीन-तीन मोबाइल जैमर को शामिल किया गया है।
प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा करने वाले नेताओं की सूची को भी छोटा करने का काम शुरू कर दिया गया है। साथ ही सुबह दस बजे से शाम चार बजे तक पटना हवाई अड्डे से विमानों का परिचालन भी ठप करने की बात कही जा रही है। यानी प्रधानमंत्री जितनी देर पटना में होंगे, पटना 'नो फ्लाइंग जोन' की स्थिति में रहेगा।